4 जनवरी को हुआ था खुलासा
संघीय अपराध पुलिस कार्यालय के अनुसार, संदिग्ध ने दावा किया कि उसने अकेले ही ये सब किया। उसने नेताओं, पत्रकारों और संबंधित हस्तियों के सार्वजनिक बयानों पर गुस्से में आकर ऐसा किया। बता दें कि चार जनवरी को खुलासा हुआ था कि सैकड़ों जर्मन राजनेताओं, पत्रकारों और मशहूर हस्तियों के व्यक्तिगत डेटा को ट्विटर के माध्यम से अपलोड किया गया था। इस घटना को जर्मन मीडिया ने देश के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक कहा था।
दोषी साबित होने पर हो सकती है तीन साल की जेल
एक अखबार ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि वह शख्स, जो अपने माता-पिता के साथ रहता है और अभी भी शिक्षा प्रणाली में है, उसे इस शर्त पर रिहा किया गया है कि वह अपने माता-पिता का घर नहीं छोड़ेगा और सहयोग करना जारी रखेगा। अगर संदिग्ध दोषी पाया जाता है, तो उसे तीन साल जेल की सजा का सामना करना पड़ता है, हालांकि, उसकी उम्र के कारण, उसे फिर से शिक्षा पर जोर देने के साथ एक युवा अपराधियों के संस्थान में भेजे जाने की संभावना है।
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