कई महापौरों ने की आदेश की अनदेखी, जहाज को डेरा डालने की दी इजाजत
हालांकि वहां कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने इन आदेशों की अनदेखी करते हुए प्रवासियों की मदद की। इटली की नई सरकार के आदेशों को दत्ता बताते हुए पलेर्मो के महापौर लियोलुका ओरलैंडो ने जहाज को राजधानी में डेरा डालने की अनुमति दे दी। दक्षिणी इटली के कई अन्य महापौरों ने भी इस फैसले का समर्थन किया। समर्थन करने वाले महापौरों में नेपल्स, मेसिना और रेगियो कालाब्रिया के महापौर भी शामिल हैं।
‘जिन लोगों को बचाया गया है वे मुश्किल हालात में थे’
भूमध्यसागर में बचाव कार्यो को अंतिम रूप देने वाले संगठन ‘एसओएस मेडिटरेनियन’ ने कहा कि इटली के समुद्री बचाव समन्वयक केंद्र ने रविवार को नौका को इटली से 35 समुद्री मील और माल्टा से 27 समुद्री मील खड़े रहने के निर्देश दिए थे। एक्वारियस के एक चालक दल के सदस्य एलेजेंड्रो पोरो ने इटली के एक समाचार चैनल से बातचीत में जानकारी दी कि वे जानना चाहते थे कि किस बंदरगाह की ओर जाना है। उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों को बचाया गया है, वे मुश्किल स्थिति में थे। उन्होंने ये भी बताया कि इनमें से 50 पर डूबने का भी खतरा मंडरा रहा था।’