script

यूएन के फैसले पर अंसाजे की आखिरी उम्मीद, छोड़ेगे इक्वाडोर एंबेसी!

Published: Feb 04, 2016 05:56:00 pm

विकीलीक्स संस्थापक का कहना है कि यूएन पैनल निर्णय करे तो शुक्रवार को ही वह खुद को ब्रिटेन की पुलिस के हवाले कर देंगे।

Julian Assange

Julian Assange

लंदन। ‘विकीलीक्स’ के जरिए अमरीका जैसे दुनिया के कई ताकतवर देशों की राजनयिक और कूटनीतिक पोल खोलने वाले जूलियन पॉल असांजे ने कहा है कि यदि यूएन उनके खिलाफ फैसला सुनाता है तो वह खुद अरेस्ट होने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मैं जीता तो उम्मीद है कि मेरा पासपोर्ट तत्काल लौटा दिया जाएगा। साथ ही वह इक्वाडोर की शरण छोड़ देंगे।

बता दें कि अंसाजे पिछले करीब 3 साल से लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में छिपे हैं और गिरफ्तारी के डर से सामने नहीं आते। गुरुवार को एक बयान में उन्होंने कहा, ‘यदि संयुक्त राष्ट्र शुक्रवार को घोषणा देता है कि मैं ब्रिटेन और स्वीडन के खिलाफ मामला हार गया हूं तो मैं ब्रिटिश पुलिस द्वारा गिरफ्तारी स्वीकार करके दोपहर को ही दूतावास से बाहर आ जाऊंगा क्योंकि आगे अपील की कोई सार्थक संभावना नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा, लेकिन यदि मैं जीता और देश-पक्षों को गैर कानूनी रूप से कदम उठाने का दोषी पाया जाता है, तो उम्मीद करता हूं कि मेरा पासपोर्ट तत्काल लौटा दिया जाएगा और मुझे अरेस्ट करने की आगामी कोशिशें रोक दी जाएंगी।’

कौन हैं अंसाजे, क्यों पकडऩा चाहता है अमरीका
अंसाजे मशहूर वेबसाइट विकीलीक्स के ऑस्ट्रेलियाई संस्थापक हैं। उन्होंने कई ऐसे खुलासे किए, जिनसे दुनिया अनजान थी। इसलिए कई लोग उन्हें ऑनेस्ट हैकर भी कहते हैं। अंसाजे ने दुनिया की जासूसी करने वाले अमेरिका के संवेदनशील और कूटनीतिक संदेशों को सार्वजनिक करके दुनिया भर में सनसनी फैला दी।

– अपनी पोल खुलने के बाद अमरीका अंसाजे को किसी भी तरह से दबोचने की सोचने लगा। इसी बीच स्वीडन रेप केस में यूरोपीयन गिरफ्तारी वारंट के तहत असांजे को लंदन में अरेस्ट किए जाने की खबर आईं, लेकिन तब वह छूट निकले।

– एक तरफ अमरीका और स्वीडन जैसे देश असांजे को अपनी जेल में ठूंसना चाहते हैं तो दूसरी तरफ कई देश असांजे के समर्थन में आ खड़े हुए। इन दिनों असांजे साउथ अमरीकी देश इक्वाडोर की राजनीतिक शरण में है।
– अमरीका की नजर में असांजे कुख्यात ही नहीं बल्कि वो खलनायक है जो उसकी छवि को दागदार करने पर तुला है।
– बता दें कि अंसाजे के एक के बाद एक खुलासों से अमरीका के कई काले कारनामे दुनिया को पता चले। यहां तक कि कई भारत की भी जासूसी करने की खबरें आईं।

छोड़ेगा नहीं अमरीका?
गुरुवार को अपने बयान में अंसाजे ने अपना डर जाहिर किया, वह यह कि उन्हें अरेस्ट किए जाने पर बाद में अमरीका प्रत्यर्पित किया जा सकता है ताकि उनके खिलाफ कई गोपनीय सैन्य और राजनयिक दस्तावेज लीक करने के संबंध में मामला चलाया जा सके।

– वह इसलिए भी दुनिया से कटे हुए हैं और इक्वेडोर के दूतावास में छिपे हैं ताकि उन पर लगाए गए बलात्कार के आरोपों को लेकर उन्हें स्वीडन प्रत्यर्पित नहीं किया जा सके।

– उन्होंने सितंबर 2014 में स्वीडन और यूके के खिलाफ यूएन वर्किंग ग्रुप ऑन आर्बिट्रेरी डिटेंशन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराकर दावा किया था कि उनका दूतावास में रहना उन्हें अवैध हिरासत में रखने के बराबर है। समूह का कोई भी निर्णय मानना कानूनी रूप से बाध्य नहीं होगा लेकिन ऐसा बताया जाता है कि उसके फैसलों के आधार पर अतीत में भी अन्य लोगों को रिहा किया गया है।

– यदि शुक्रवार को उन्हें यूएन के आदेश पर गिरफतार कर लिया जाता है तो संभव है अमरीका उन्हें बख्शेगा नहीं।

ट्रेंडिंग वीडियो