कानून के बचाव में सरकार का कहना है कि श्रमशक्ति की कमी से जूझ रहे नियोक्ताओं और कंपनियों को इसकी जरूरत है। इससे उन लोगों को फायदा होगा, जो अतिरिक्त समय तक काम कर अधिक धन कमाना चाहते हैं। इस कानून के खिलाफ रविवार को लोगों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ग्रेनेड भी फेंके, जबकि जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़े।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- 15,000 से ज्यादा लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए। बता दें, 2010 में ओरबान के सत्ता में आने के बाद देश में पहली बार रैली हुई है। कई यूनियनों और विपक्षी दलों ने इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। रैली के दौरान लोग ‘ओरबान सत्ता छोड़ो’ के नारे भी लगा रहे थे। लोगों ने पार्लियामेंट स्क्वायर तक रैली निकाली।