भारतीय छात्रों को अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए पोलैंड के एक प्रमुख विश्वविद्यालय ने नवरात्रि में गरबा के अलावा होली और दीवाली जैसे पर्वों का आयोजन शुरू किया है।
अहमदाबाद। भारतीय, विशेष रूप से गुजराती छात्रों को अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए पोलैंड के एक प्रमुख विश्वविद्यालय ने नवरात्रि में गरबा के अलावा होली और दीवाली जैसे पर्वों का आयोजन शुरू किया है। ऐसा लगता है कि उसकी इस पहल का अपेक्षित परिणाम भी आ रहा है, क्योंकि पिछले केवल एक साल में पोलैंड की डब्ल्यूएसजीई या यूनिवर्सिटी ऑफ यूरोरिजनल इकॉनोमी में 1000 से अधिक गुजराती छात्रों ने नामांकन कराया है।
इंजिनियरिंग, आईटी, प्रबंधन, प्रशासन, शिक्षण, पर्यावरण संरक्षण, आंतरिक सुरक्षा संबंधी विभिन्न पाठ्यक्रमों को संचालित करने वाले इस विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध कार्यालय की निदेशक मार्ता बोजारूनिएक ने सोमवार को यहां पत्रकारों को बताया कि पिछले एक साल में ही एक हजार गुजराती छात्रों के नामांकन से वहां उनकी अपनी कम्युनिटी बन गयी है। उनकी संख्या अब इतनी बढ़ गई है कि हर साल नजदीक के एक स्थान पर गरबा, होली आदि का आयोजन किया जा रहा है।
मार्ता ने कहा कि अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में सस्ती मगर गुणवत्ता वाली शिक्षा तथा यहां के बेहतर और सुरक्षित माहौल के कारण यहां भारतीय और विशेष रूप से गुजराती छात्रों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के दौरान तथा इसके बाद रोजगार के अवसरों ने भी इसमें काफी योगदान दिया है।