मीडिया से बातचीत में पेट्रो ने कहा कि- ‘सबसे बड़ा हिस्सा (सैन्य दलों का) अभी भी वहीं मौजूद है। वहां से 10 प्रतिशत से भी कम सैनिकों को वापस बुलाया गया है।‘ पोरोशेंको ने नवंबर के अंत में काला सागर में रूस के साथ समुद्री संघर्ष के बाद से रूस पर आरोप लगाया था कि उसने सीमा पर तेजी से सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है। इसकी प्रतिक्रिया के रूप में यूक्रेन ने ‘बड़े युद्ध’ की चेतावनी देते हुए रूस की सीमा से लगने वाले 10 क्षेत्रों में 30 दिन के लिए मार्शल लॉ लगा दिया था। इसके बाद दोनों पड़ोसी देशों के संबंधों में खटास आनी शुरू हो गई थी।
पोरोशेंको आशंका जताई कि ‘यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैन्य बलों की घुसपैठ का खतरा अब भी बरकरार है। हमें इसकी तैयारी करनी चाहिए।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें मार्शल लॉ हटाए जाने का कोई कारण नजर नहीं आता है। बता दें, रूस ने 25 नवंबर को यूक्रेन के तीन नौसैन्य पोतों को जब्त करके चालक दल के 24 सदस्यों को हिरासत में ले लिया था।