5 नवंबर को फर्श पर सोए थे कर्मचारी
दरअसल कर्मचारी संघ ने कंपनी से शिकायत की थी कि खराब मौसम की वजह से पांच नवंबर को चालक दल के छह सदस्यों को फर्श पर सोने पर मजबूर होना पड़ा। आरोप है कि कंपनी की लापरवाही की वजह से कर्मचारियों को भोजन, पानी और सोने की जगह नहीं मिली। विरोध जताते हुए छह कर्मचारी फर्श पर ही सो गए। इन लोगों की तस्वीर वायरल होने के बाद रायनियर का मजाक उड़ने लगा।
कर्मचारियों ने कंपनी के दावे को किया खारिज
उधर, नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने कंपनी के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़े। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने फर्श पर सोने का फैसला मजबूरी में किया।