आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने फ्रांस के मार्सेय शहर के प्रमुख ट्रेन स्टेशन के बाहर चाकू से किए हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में दो महिलाओं की मौत हो गई है। इस्लामिक स्टेट ने कहा है कि चाकू से हमला करने वाला हमलावर उनका व्यक्ति था। हमला करने वाले की उम्र करीब 30 वर्ष थी। सैनिकों ने हमले के बाद इसे तुरंत गोली मारकर ढेर कर दिया। जिन सैनिकों ने आतंकी को ढेर किया उन्हें सेन्टीनेल कहा जाता है। सेन्टीनेल आतंकवाद प्रभावित फ्रांस में अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी करते हैं।
पिछले साल जुलाई में फ्रांस के नीस शहर में फ्रेंच रिवेरा रिसॉर्ट के पास एक तेज रफ्तार ट्रक भीड़ में जा घुसा था, जिसमें कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई थी। हताहत हुए लोग नेशनल डे के मौके पर होने वाली आतिशबाजी देखकर लौट रहे थे। सुरक्षा बलों ने ट्रक ड्राइवर को मार गिराया गया था। ट्रक से भारी मात्रा में बंदूकें और दूसरे हथियार बरामद हुए थे। वहीं ट्रक में फ्रेंच- ट्यूनीसियाई पहचान पत्र मिला था। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस हमले को आतंकी वारदात करार देते हुए कहा था कि इस हमले पर आतंकवाद की स्पष्ट छाप दिखती है। उन्होंने इसके साथ ही उन्होंने देश में लागू आपातकाल को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया था।