अप्रैल के आखिरी हफ्ते भारत आएंगे जॉनसन
ब्रिटेन के ईयू से बाहर होने के बाद बॉरिस जॉनसन किसी इंटरनेशनल दौरे तक तहत पहली बार भारत आएंगे। उनका यह दौरा अप्रैल के आखिरी हफ्ते से शुरू होने की संभावना है। जॉनसन का भारत दौरा ऐसे समय पर है जब जॉनसन ने विदेश नीति, रक्षा, सुरक्षा और विकास संबंधी ब्रिटेन सरकार की समेकित समीक्षा का निष्कर्ष जारी किया। ब्रिटेन की विदेश नीति में आए बदलाव में 'विश्व के भू-राजनीतिक केंद्रÓ के रूप में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की ओर साफ झुकाव देखने को मिल रहा है। इसी के तहत ब्रिटेन ने आसियान आर्थिक संघ के साझेदार दर्जे के लिए आवेदन किया है।
कई अवसरों को खोलेगा जॉनसन का दौरा
15 मार्च को विदेशी मीडिया की ओर से कहा गया था कि यूनाइटेड किंगडम दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान देशों के साझेदार दर्जे के लिए आवेदन करने जा रहा है। अप्रैल के अंत में प्रधानमंत्री यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा के तहत भारत जाएंगे। भारत दौरा क्षेत्र में अवसरों को खोलेगा और इस दौरान भविष्य में एक मुक्त व्यापार समझौते के प्रणेता के रूप में बहुप्रतीक्षित भारत-ब्रिटेन उन्नत व्यापार साझेदारी (ईटीपी) को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
भारत में लगातार बढ़ रहे हैं मामले
भारत में कोरोना वायरस के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 1,84,372 नए मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण के कुल मामले 1,38,73,825 हो गए हैं, जबकि 13 लाख से अधिक लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं। भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 13,65,704 हो गई है जो कुल मामलों का 9.84 फीसदी है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर घटकर 88.92 फीसदी हो गई है।