वर्जीनिया के सामने अनेक चुनौतियां भी है जैसे की उन्होंने पोप और माफिया से टकराने के वादे किए थे, साथ ही करप्शन और शहर के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सुधारने की भी जिम्मेदारी होगी
रोम। इटली की राजधानी रोम की जनता ने अपने पहले महिला मेयर के रूप में वर्जीनिया राजी को चुन लिया है। वर्जीनिया राजी फाइव स्टार मूवमेंट पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की हैं। नए दौर की उम्मीदों के साथ रोम के लोगों ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान रोमन कैथोलिक राजी वेटिकन सिटी से टैक्स वसूलने का वादा कर चुकी है।
प्रधानमंत्री के पार्टी के उम्मीदवार को दी मातयह जीत उनको तब मिली है जब देश के प्रधानमंत्री मतेओ रेंजी अहम चुनाव हार चुके हैं। रविवार के एग्जिट पोल ने सरकार विरोधी आंदोलन फाइव स्टार मूवमेंट की उम्मीदवार को रेंजी के मध्य-वाम दल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार रॉबटरे गियाचेती के साथ कड़े मुकाबले में कम से कम 60 प्रतिशत वोट दिए हैं।
करप्शन और शहर का ट्रांसपोर्ट सबसे अहम चुनौतीवर्जीनिया की इस जीत से इटली में साल 2018 में होने वाले आम चुनावों को भी दिलचस्प बना दिया है। वर्जीनिया के सामने अनेक चुनौतियां भी है जैसे की उन्होंने पोप और माफिया से टकराने के वादे किए थे। साथ ही वर्जीनिया के सामने करप्शन और शहर के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सुधारने की भी जिम्मेदारी होगी।
पहली बार वेटिकन से वसूला जाएगा टैक्सवेटिकन सिटी पोप का संप्रभु राज्य (सोवेरिन स्टेट) है, लेकिन रोम में भी वेटिकन की प्रॉपर्टी है। अब तक रोम डमिनिस्ट्रेशन ने उसके लिए टैक्स नहीं वसूला। लेकिन, वर्जीनिया ने कहा था कि अगर वो जीतीं तो वेटिकन से उसकी प्रॉपर्टी के लिए टैक्स वसूलेंगी। एक इंटरव्यू में वर्जीनिया ने बताया कि वे वेटिकन से उसके द्वारा नहीं चुकाए गए 31 करोड़ यूरो(करीब 3,053 करोड़ रुपए) का टैक्स वसूलने की कोशिश करेंगी।
क्या है फाइव स्टार मूवमेंटइसकी स्थापना कॉमेडियन बेप्पे ग्रिलो ने वर्ष 2009 में की थी। यह इतालवी राजनीति में एक बड़े विपक्षी बल की भूमिका में खुद को स्थापित कर चुका है। राजधानी के सार्वजनिक परिवहन और अन्य सेवाओं को लेकर मतदाताओं के बीच फैले व्यापक गुस्से को राजी ने बखूबी भुनाया। रोम में जीत फाइव स्टार मूवमेंट के लिए एक बड़ी विजय है।
पेशे से वकील है वर्जीनियापांच साल पहले राजनीति में प्रवेश करने वाली वर्जीनिया एक लॉयर भी हैं। वे यूरोपीय यूनियन की बढ़ती ताकत का भी विरोध करती रही हैं। 18 जुलाई को वर्जीनिया 38 साल की हो जाएंगी।