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विकीलीक्स के जूलियन की आजादी पर लगी रोक, कोर्ट ने रद्द की याचिका

locationनई दिल्लीPublished: Feb 14, 2018 03:10:06 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को लंदन अदालत से झटका।

Julian Assange

लंदन। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को लंदन अदलत से झटका मिला। दरअसल मंगलवार को अदालत ने गिरफ्तारी के वारंट रद्द करने की उनकी याचिका को रद्द कर दिया। समाचार एजेंसी के अनुसार, 46 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांज ने 2012 से लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी है। उन्हें डर है कि अगर वह इमारत से बाहर निकले तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही इससे उनका अमरीका को प्रत्यर्पित करने का रास्ता भी खुल सकता है।

‘गिरफ्तारी एक आनुपातिक प्रतिक्रिया’
वरिष्ठ जिला न्यायाधीश एमा अर्बथनॉट ने लंदन के वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेट कोर्ट में मंगलवार को अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि जमानत पर आत्मसमर्पण न करने पर उन्हें गिरफ्तार किया जाना जनहित में है। न्यायाधीश ने कहा, ‘मुझे लगता है कि गिरफ्तारी एक आनुपातिक प्रतिक्रिया है। हालांकि, असांज ने कई वर्षों से खुद ही अपनी आजादी पर अंकुश लगा रखा है।’

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खुद को कानून से ऊपर मानते हैं असांज
न्यायाधीश ने कहा, ‘ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह खुद को कानून से ऊपर मानते हैं और उसी स्थिति में न्याय चाहते हैं जब फैसला उनके हक में सुनाया जाए।’ असांज ने स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए दूतावास में शरण ली थी, जहां वह यौन उत्पीड़न के आरोप के बारे में पूछताछ के लिए वांछित थे। असांज हमेशा से इस आरोप से इनकार करते रहे हैं।

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दूतावास के भीतर बिता चुके हैं कई साल
स्वीडन ने हालांकि अब उनके खिलाफ जांच का मामला बंद कर दिया है। असांज के वकील मार्क समर्स का तर्क है कि अब उनकी गिरफ्तारी अनुपातिक या जनहित में नहीं है क्योंकि वह पहले ही दूतावास के भीतर कई साल बिता चुके हैं।

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