सेक्शन सी थोड़ा मुश्किल रहा। इनमें इक्वेलेंस रिलेशनंस, एलीमेंट्री ऑपरेशन, लीनियर इक्वेशन, मेट्रिक्स मैथेड जैसे कुछ सवाल थे। इस सवाल के जरिये बोर्ड ने छात्रों के ज्ञान को परखने की कोशिश की। छात्रा मोनिका भार्गव ने बताया कि एग्जाम लैंदी था, लेकिन आसानी से हल किया जा सकता था। वहीं रितेश संभवानी ने बताया कि परीक्षा का पेटर्न आसान लगा।
12वीं, 10वीं व आठवीं कक्षा के बाद अब 5 अप्रेल से पांचवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू होगी। परीक्षा 11 अप्रेल तक चलेगी। इस दौरान हिंदी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण अध्ययन आदि चार विषयों की परीक्षा होगी। वहीं संस्कृत विद्यालयों व मदरसों की परीक्षा 13 अप्रेल तक चलेगी। 13 को संस्कृत व उर्दू की परीक्षा होगी।
इस बार पांचवीं कक्षा के बच्चे भी अन्य बोर्ड कक्षाओं की तरह स्कूल से बाहर परीक्षा केंद्र आएगा। ग्राम पंचायत मुख्यालय में आदर्श या उत्कृष्ट विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जहां आदर्श या उत्कृष्ट स्कूल नहीं हैं, वहां चार किमी दूरी तक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए 60 फीसदी हाजिरी होना जरूरी है। वहीं बीमारी की स्थिति में 10 फीसदी की छूट दी जाएगी। लगातार 45 दिन अनुपस्थित रहने पर ड्रॉप आउट मानकर उसी कक्षा में पुन: प्रवेश की कार्रवाई की जाएगी। 86 फीसदी व इससे अधिक उपस्थिति पर 5 अंक दिए जाएंगे।