दरअसल बोर्ड ने फैसला किया है कि अब CBSE के स्टूडेंट्स को क्लास फर्स्ट से लेकर ट्वैल्थ तक आर्ट एजुकेशन अनिवार्य रूप से दी जाएगी। वहीं अन्य सब्जेक्ट्स के साथ भी आर्ट एजुकेशन को इंटीग्रेट किया जाएगा। इस पहल को लेकर बोर्ड का कहना है कि इसके उद्देश्य बच्चों को जॉयफुल लर्निंग से जोड़ने के साथ स्टडी पैटर्न में बैटरमेंट लाना है। बोर्ड का यह भी कहना है कि आर्ट इंटीग्रेटेड एजुकेशन सिस्टम से प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी भी डवलप होगी। साथ ही एक्सपेरिमेंटल लर्निंग को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
हफ्ते में होंगी दो क्लास
बोर्ड ने स्कूलों को जानकारी देते हुए निर्देश दिया है कि वो बच्चों को सप्ताह में दो दिन आर्ट एजुकेशन दें। इसमें बोर्ड ने सब्जेक्ट के तौर पर थिएटर, डांस तथा म्यूजिक को जोड़ने की बात की है। हालांकि बोर्ड ने स्कूलों को भेजे लैटर में यह भी जानकारी दी है कि जल्दी ही इसका सिलेबस स्कूलों को भेजा जाएगा।
कलनरी भी सीखेंगे
बोर्ड ने यह जानकारी दी है कि जहां सभी क्लासेज में बच्चों को म्यूजिक, डांस जैसे सब्जेक्ट्स की जानकारी दी जाएगी, वहीं क्लास सिक्स्थ से लेकर एट्थ तक के स्टूडेंट्स को कलनरी भी सिखाया जाएगा।
आर्ट फिल्म की जानकारी
सिनेमा से जुड़ने की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स को इसके तहत आर्ट फिल्म्स की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा बॉलीवुड सॉन्ग्स, अमिताभ बच्चन तथा जेम्स बॉन्ड के डॉयलॉग्स को भी सब्जेक्ट्स के साथ जोड़ा जाएगा।
थ्योरी, प्रेक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क
जानकारी के अनुसार, स्कूलों को इस सब्जेक्ट के लिए बच्चों का इंटर्नल एग्जाम भी लेना होगा, जिसमें थ्योरी, प्रेक्टिकल तथा प्रोजेक्ट वर्क शामिल होंगे। इसके अलावा सब्जेक्ट स्टडी को लेकर सेफ्टी या फन लर्निंग, किस मोड को चूज करना है, यह स्कूल तय कर सकते हैं।