डाइट प्रवेश पत्रों में संशोधन कर तृतीय भाषा के रुप में संस्कृत के साथ उर्दू को भी शामिल करेगी। राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् ने सभी डाइट्स के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि जो भी विद्यार्थी अतिरिक्त विषय के रुप में उर्दू पढ़ रहा है वह परीक्षा में अनिवार्य रुप से सम्मिलित होना चाहिए।
यह है मामला
पांचवीं बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम पिछले दिनों डाईट ने जारी किया। उसमें तृतीय भाषा के रूप में उर्दू की परीक्षा केवल मदरसों के लिए होना बताया। उर्दू भाषा से जुड़े लोगों ने सीएम को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश जारी कर बताया कि उर्दू की परीक्षा निजी और सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए भी होगी। लेकिन, जब प्रवेश पत्र आए तो फिर से इसे शामिल नहीं किया। इस संबंध में राजस्थान पत्रिका ने 23 मार्च के अंक में तृतीय भाषा को लेकर असमंजस में विद्यार्थी शीर्षक से समाचार भी प्रकाशित किया। जिसके बाद विभागीय अधिकारियों की नींद टूटी।