उन्होंने कहा कि गिरोह के सदस्यों के बयान के आधार पर देश के विभिन्न हिस्सों में एसओसी की टीमें भेजी गई हैं। ये विभिन्न राज्यों में एसएससी, फूड कॉर्प ऑफ इंडिया और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होते थे। इन चार आरोपियों की पहचान प्रमोद कुमार, विनय कुमार, अवनीश कुमार और चेतराम मीणा के रूप में हुई है।
प्रमोद, विनय और अवनीश बिहार के रहने वाले हैं, जबकि चेतराम राजस्थान का रहने वाला है। इन्होंने कथित रूप से फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर विभिन्न केंद्रों पर असली परीक्षार्थियों की ओर से परीक्षा में उपस्थित होने की बात कबूल की है। एसओजी ने उनके कब्जे से परीक्षार्थियों की तस्वीरें, चालक लाइसेंस, आधार कार्ड और एडमिट कार्ड बरामद किए हैं। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
गिरोह के सदस्य स्थानीय लोगों के साथ लगातार संपर्क में रहते थे, जिनकी मदद से उन्हें फोटो को बदलने में मदद मिलती थी। आरोपी विनय कुमार ने कथित रूप से पुलिस को बताया कि उसने 15 जुलाई को सीकर में पुलिस सिपाही परीक्षा के दूसरे चरण में उपस्थित होने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस के कड़े बंदोबस्त को देखकर उसने वहां से बच निकलना उचित समझा।
मिश्रा ने कहा कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लड़के फर्जी पहचान के आधार पर परीक्षा में शामिल होने के लिए बिहार और दिल्ली से आ रहे हैं। परीक्षा 14 और 15 जुलाई को आयोजित की गई थी।