प्रदेश के किसी भी जिले से किसी प्रकार की अव्यवस्था की शिकायत आयोग नहीं पहुंचीं। आयोग सचिव पी सी बेरवाल ने बताया कि प्रदेशभर से परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न होने का फीड बैक आयोग को मिला है। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों के पहुंचने का सिलसिला सुबह आठ बजे पहले ही शुरू हो गया था। आयोग द्वारा तय किए गए ड्रेस कोड से अलग नजर आए अभ्यर्थी सुरक्षाकर्मियों व सेंटर स्टाफ के खास निशाने पर रहे। कुछ स्थानों पर निर्घारित ड्रेस कोड में नही पहुंचे अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
अजमेर के जोंस गंज स्थित एक परीक्षा केंद्र पर महिला अभ्यर्थी पूरी बांह की कमीज पहन कर पहुंचीं जहां स्टाफ ने उन्हें केंद्र में प्रवेश देने से मना कर दिया। इस पर महिला अभ्यर्थी ने अपने ही हाथ से कमीज की आधी आस्तीन काटी, इसके बाद उसे परीक्षा में बैठने के लिए केंद्र में जाने दिया गया। कुछ और केंद्रों से भी इस तरह की शिकायतें मिली हैं। एक परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी बनियान में परीक्षा देता मिला है।
प्रशासन की ओर से परीक्षा के एक घंटे पूर्व यानी 9 बजे से इंटरनेट सेवा बंद करने की घोषणा की गई थी, लेकिन अजमेर में इंटरनेट सेवा 10 बजे से बंद हुई। नेट बंद रहने से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा जिससे लोग परेशान रहे। जयपुर, अजमेर, कोटा, जोधपुर, झुंझुनूं, सीकर, अलवर, टोंक, भीलवाड़ा, नागौर और दौसा जिलों में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक करीब 4 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद रही। इससे पहले 14-15 जुलाई को कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की वजह से इंटरनेट बंद रखा गया था।