राजस्थान के प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के प्रशिक्षण संस्थान ओटीएस यानी ऑफिसर ट्रेनिंग स्कूल में नकल को लेकर एक ऐसा मामला सामना आया है जिससे ओटीएस का हर अधिकारी हैरान है। दरअसल जिन अधिकारियों पर आगे जाकर नकल रोकने और सार्वजनिक जीवन में शुचिता और ईमानदारी लाने की जिम्मेदारी होगी, वे नकल करने देने की छूट की मांग करते और नहीं मिलने पर परीक्षा का बहिष्कार करते दिखे।
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जयपुर। राजधानी जयपुर में राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के प्रशिक्षण केंद्र ऑफिसर ट्रेनिंग स्कूल (ओटीएस) में आज एक हैरान करने देने वाला घटनाक्रम सामने आया है। ओटीएस के प्रशिक्षु आरएएस अधिकारियों को ट्रेनिंग की समाप्ति पर जो परीक्षा देनी होती है , उसमें प्रशिक्षु अधिकारी मोबाइल और पुस्तकें आदि ले जाना चाहते थे। मना करने पर आरएएस ट्रेनी परीक्षा के बहिष्कार की बात करने लगे।
ओटीएस के जिम्मेदार अधिकारी प्रशिक्षु आरएएस के इस आचरण से हैरान दिखे। जिन आरएएस पर आगे जाकर नियमों को बनाने और उनका पालन कराने की जिम्मेदारी होगी, वे नियम विरुद्ध नकल करने देने की मांग कर रहे थे और उसको सही ठहरा रहे थे।
नियम बनाने वालों ने की नियम विरुद्ध मांग लेकिन नियमानुसार आरएएस ट्रेनी परीक्षा में नकल नहीं कर सकते और न ही मोबाइल को अंदर ले जा सकते हैं। इसके बाद जब उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो कई परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और बिना परीक्षा दिए ही चले गए। बताया गया है कि बड़ी संख्या में आरएएस प्रशिक्षुओं ने परीक्षा का बहिष्कार किया है। लेकिन सभी प्रशिक्षुओं ने बहिष्कार नहीं किया। अभी यह ज्ञात नहीं हो सका है कि कितने प्रशिक्षुओं ने परीक्षा दी और कितनों ने बहिष्कार किया।
होगी दंडात्मक कार्रवाई ओटीएस के अतिरिक्त निदेशक विष्णु कुमार गोयल ने बताया कि जिन प्रशिक्षुओं ने परीक्षा का बहिष्कार किया है उन पर नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। ओटीएस इस बात से हैरान है कि जिन अधिकारियों पर आगे नकल रोकने और सार्वजनिक जीवन में शुचिता लाने की जिम्मेदारी होती है, वही अधिकारी खुद नकल करने के लिए परीक्षा का बहिष्कार करते दिखे।