अभ्यर्थियों को वेटिंग लिस्ट का फायदा तब मिलता है जब कोई फाइनल रिजल्ट में पास होने वाला उम्मीदवार किसी कारणवश उस नौकरी को ज्वाइन नहीं करता है। चयनित उम्मीदवार की ज्वाइन नहीं करने की स्थिति में वेटिंग लिस्ट वाले उम्मीदवार का चयन किया जाता है।
ये भी पढ़ें: ये है दुनिया की सबसे खतनाक जॉब, जरा-सी चूक और सीधे मौत
आपको बता दें कई बार अभ्यर्थी एक साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सेलेक्ट हो जाता है। ऐसे में उसे उन सभी भर्तियों में से किसी एक को चुनना पड़ता है। जब वह किसी एक पद पर ज्वाइन कर लेता है तो बाकी की वेकेंसियों में उसका पद रिक्त हो जाता है। इस रिक्त पद को वेटिंग लिस्ट के द्वारा भरा जाता है। वेटिंग लिस्ट में जिस अभ्यर्थी का नाम सबसे पहले होता है उसे ही बुलाया जाता है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने बताया है कि इस भर्ती में वेटिंग लिस्ट में कुल वैकेंसी के 50 फीसदी उम्मीदवार शामिल किए जाएंगे।
आपको बता दें कई बार अभ्यर्थी एक साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सेलेक्ट हो जाता है। ऐसे में उसे उन सभी भर्तियों में से किसी एक को चुनना पड़ता है। जब वह किसी एक पद पर ज्वाइन कर लेता है तो बाकी की वेकेंसियों में उसका पद रिक्त हो जाता है। इस रिक्त पद को वेटिंग लिस्ट के द्वारा भरा जाता है। वेटिंग लिस्ट में जिस अभ्यर्थी का नाम सबसे पहले होता है उसे ही बुलाया जाता है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने बताया है कि इस भर्ती में वेटिंग लिस्ट में कुल वैकेंसी के 50 फीसदी उम्मीदवार शामिल किए जाएंगे।
भर्ती से जुड़ी और अधिक जानकारी देते हुए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने कहा है कि भारतीय रेलवे अगले साल मार्च-अप्रैल तक 1 लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती का काम पूरा कर लेगा। लोहानी ने कहा कि रेलवे के पास लगभग 1.10 लाख रिक्त पदों के लिए लगभग 2.37 करोड़ आवेदन आए हैं। इन पदों के लिए परीक्षाएं सितंबर, अक्तूबर और नवंबर में करवाई जाएंगी। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अगले मार्च-अप्रैल तक नियुक्ति का काम भी पूरा कर लिया जाएगा।