यह चुनावी विक्षोभ पैदा हुआ केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से, जो कम दबाव का क्षेत्र बनाते हुए मसूदा तक चला गया। विक्षोभ उठने का कारण हैं केकड़ी विधायक रघु शर्मा। राजनीतिक मौसम की भविष्यवाणी करने वाले मान रहे हैं कि मंत्री पद छिनने और गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद से शर्मा बेचैन से रहने लगे हैं। दोबारा मंत्री बनने की उम्मीद धूमिल हाेती जा रही है। अभी तो उन्हें राजनीति की लम्बी पारी खेलनी है। उनका बेटा सागर शर्मा भी बिना ‘रगडाई’ कराए सत्ता सुख प्राप्त कर लेना चाहता है। इसलिए लम्बे समय तक कांग्रेसियों को नेतृत्व दे सकने वाले का दामन थामने में ही वे अपना और बेटे का राजनीतिक भविष्य सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं। शिवरात्रि पर खेड़ी गांव से बदली बदली सी हवा चली। धार्मिक कार्यक्रम में रघु शर्मा ने सचिन पायलट खेमे के मसूदा विधायक राकेश पारीक के साथ मंच साझा किया। दोनों ने एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। अगले दिन हवा का वेग उस समय और तेज हो गया जब शर्मा ने सरवाड़ में पारीक के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात कर ली।
रघु के राजनीतिक सफर पर नजर रखने वालों को इस मुलाकात में कुछ भी नया नजर नहीं आया। शर्मा पहले भी हवा के अनुसार राजनीतिक चोला बदलते रहे हैं। माना जा रहा है कि अब सचिन पायलट ने पार्टी हाइकमान का भरोसा जीत रखा है। इसलिए रघु को भी पायलट खेमे में लौट जाने में ही अपना भविष्य सुरक्षित दिखाई दे रहा है। अजमेर जिले के कांग्रेसियों में तो यही चर्चा चल रही है कि क्या मान लिया जाए कि रघु शर्मा ने एक बार फिर पाला बदल लिया है।