बजट से पूर्व सबसे अधिक चर्चा ब्यावर के जिला घोषित होने की हो रही थी। इस दौड़ में केकड़ी भी था। पिछले बरसों में जितना विकास ब्यावर में हुआ, उससे कई गुना अधिक रघु शर्मा ने केकड़ी में करवाया है। फिर भी ब्यावर का ही नाम लिया जा रहा था। रघु शर्मा ने बजट में कादेड़ा (केकड़ी) में पशु चिकत्सालय को अ-श्रेणी में क्रमोन्नत कराया। बघेरा में उप तहसील कार्यालय, सावर में सहायक अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय, गिरवपुरा में अल्पसंख्यक बालक आवासीय छात्रावास, कादेड़ा में राजकीय महाविद्यालय, कालेड़ा कंवरजी में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, केकड़ी में अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय, टांटोटी में नवीन पुलिस चौकी और सावर में नगर पालिका की सौगात दिलाकर केकड़ी को जिला बनवाने का दावा और पुख्ता कर लिया।
बजट घोषणाओं के जरिए राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ भी पुष्कर और अजमेर की जनता को अच्छा संदेश देने में सफल रहे। अजमेर में कनवेंशन सेंटर, पुष्कर में, अंतरराष्ट्रीय कैम्प सिटी, हाट बाजार, पुष्कर सरोवर के घाटों के पुनरुद्धार के लिए 80 करोड़ रुपए तथा नांद में राजकीय महाविद्यालय के प्रावधान को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। दूसरी ओर टोंक, भीलवाड़ा और नागौर जिलों में बजट में किसी विधायक का बहुत ज्यादा खुश किया गया हो या फिर किसी को नाराज कर दिया गया हो, ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा। रालोपा अध्यक्ष और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने जरूर चर्चा में रहने के लिए सभाओं और बयानों के जरिए भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को घेरना शुरू कर दिया है।