प्रवीण तोगड़िया बन सकते हैं भाजपा के लिए बड़ी चुनौती कट्टर हिन्दू मतदाताओं का कर सकते हैं विभाजन बताते चलें कि इस बार चुनाव में धुर विरोधी के रूप में भाजपा के शुभचिंतक रहे डॉ प्रवीण तोगड़िया भी सामने आ सकते हैं | दो दिन पूर्व ही उन्होंने अयोध्या में घोषणा की है कि वो सक्रीय राजनीती में आ सकते हैं | देश के अलग-अलग राज्यों से आई हजारों राम भक्तों की भीड़ के साथ तोगड़िया ने अयोध्या में जो तेवर दिखाए | जाहिर तौर पर विश्व हिंदू परिषद आर,एस,एस और भाजपा के लिए यह चिंता के संकेत हैं | लेकिन कम से कम जमीनी तौर पर अयोध्या के साधु संतों में अभी तोगड़िया को लेकर कुछ खास दिलचस्पी नजर नहीं आई है | लेकिन इतना जरूर है कि राम मंदिर निर्माण का नारा देकर तोगड़िया आज भी देश कि उस बड़ी हिंदू आबादी के दिलों पर राज कर रहे हैं जिसे सत्ता शासन महंगाई और अन्य किसी चीज से मतलब हो ना हो उसे तो सिर्फ राम मंदिर का निर्माण चाहिए और यही वह जनता है जो तोगड़िया के साथ बीते 2 दिनों से अयोध्या में किसी भी हद तक जाने को तैयार थी | बहरहाल 2019 के लोकसभा चुनाव करीब है और जिस तरह से तोगड़िया ने एक नए राजनैतिक विकल्प के तौर पर कट्टर हिंदू वादी वादी मतदाताओं को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की है | जाहिर तौर पर यह वही वोट बैंक है जो कभी भाजपा के लिए संजीवनी का काम करता है और निश्चित रूप से बीजेपी हाईकमान के लिए यह चिंता का विषय है