पहले भी अपने जीजा को बलात्कार के झूठे इल्जाम में फसा चुका है कलयुगी साला हमारे देश की संस्कृति और परंपरा में घर के दामाद को सम्मान देने की परंपरा है लेकिन फैजाबाद के ठठरैया के रहने वाले हरीश कौशल पुत्र बृज किशोर कौशल ने रिश्तो को दागदार करने वाली ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसने जीजा साले और बहन बहनोई के रिश्ते को शर्मसार कर दिया पुलिस खुलासे में हिरासत में मौजूद हरीश कौशल ने रौनाही थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था की वह रुदौली से फैजाबाद अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से ड्राइवर वीरेंद्र कुमार यादव के साथ आ रहा था रौनाही के पास बोलेरो सवार चार बदमाशों ने उन्हें रोककर उनसे 3:30 किलो चांदी लूट ली और कार के ड्राइवर वीरेंद्र यादव के पैर में गोली मार दी थी साथ ही हरीश पर भी चाकू से वार किया था और इस मामले में हरीश ने अपने बहनोई आशुतोष कौशल और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को नामजद किया था और आरोप लगाया था कि सभी द्वारा लूट की घटनाएं अंजाम दी गई है लेकिन पुलिस जांच में इन सभी का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला और यह सभी अपने क्षेत्र के सभ्रांत व्यक्ति पाए गए जिसके बाद पुलिस को हरीश के दावे पर शक हो गया और जब पुलिस ने इस घटना की तहकीकात शुरू की तो परत-दर-परत रिश्तो का खून करने वाली इस पूरी घटना का खुलासा हो गया ।
खुद ही बदमाशों के साथ मिलकर रची थी लूट की फर्जी कहानी – अनंत देव,एसएसपी फ़ैज़ाबाद पत्रकारों से बात करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फैजाबाद अनंत देव ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में कर्ज में डूबे हरीश कौशल ने कर्ज से बचने के लिए लूट की फर्जी कहानी बनाई और 5 अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया जिसमें 5 बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया और आरोपी हरीश के ड्राइवर के पैर में गोली मारी और हरीशन की बाहँ में चाकू मारकर उसे घायल कर दिया वहीँ अपनी दुश्मनी निकालने के लिए हरीश ने इस वारदात में अपने बहनोई को और उसके परिवार को आरोपी बना दिया । विवेचना के दौरान यह पूरी घटना फर्जी पाई गई और घटना में शामिल हरीश को और उसके ड्राइवर वीरेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है वहीं लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन अभियुक्त अभी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं ।
गरीब ड्राइवर ने घर बनवाने के लिए खुद चलवाई अपने पैरों पर गोली लूट की इस फर्जी घटना में जो कहानी निकल के सामने आई है उसमें समाज का स्याह पहलु भी दिखाई दिया पेशे से ड्राइवर और बेहद गरीब वीरेंद्र कुमार यादव अपने अपने पैरों पर सिर्फ इसलिए गोली चलवा दी क्योंकि लूट की कहानी बनाने वाले हरीश कौशल ने उससे वादा किया था कि वह उसका मकान बनवा देगा और अपना मकान बनवाने के लिए गरीब तबके से जुड़े ड्राइवर वीरेंद्र कुमार यादव ने लूट की घटना में बदमाशों द्वारा अपने पैरों पर गोली चलवा दी पूरी घटना के मास्टरमाइंड हरीश कौशल ने घटना के बाद वीरेंदर का इलाज भी करवाया लेकिन इतना बड़ा जोखिम उठाने के बाद भी वीरेंद्र आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ गया और ना ही उसका मकान बन सका नहीं उसकी कोई मदद हो चुकी उल्टे उसे अपने पैरों में गोली खानी पड़ी ।