रामलीला मंचन के लिए 10 लाख का बजट बढ़ा अयोध्या के तुलसी स्मारक भवन में चल रहे अनवरत रामलीला मंचन को लेकर पूर्व में सपा सरकार द्वारा दिए जा रहे अनुदान को बंद कर देने के कारण रामलीला का मंचन रोक दिया गया था वहीँ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनाने के बाद अयोध्या में फिर रामलीला मंचन का आयोजन शुरू किया गया जिसके लिए 40 लाख रुपये प्रति वर्ष के अनुदान द्वारा शुरू किया गया लेकिन रामलीला मंचन में आ रहे खर्च को देखते हुए योगी सरकार ने सितम्बर माह से 10 लाख की धनराशि बढ़ा दिया हैं.
देश के कई प्रान्तों के मंडलियो द्वारा होता हैं रामलीला मंचन इस संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ वर्मा ने बताया कि तुलसी स्मारक भवन में वर्ष में 24 मंडलियो का आयोजन किया जाता हैं एक मंडली का अयोअजना 15 दिनों तक चलता हैं उसके बाद फिर दूसरी मंडली अपनी प्रस्तुति देने के लिए आती हैं इस वर्ष भर में मंचन करने वाले मंडलियो का चयन आयोजन समिति के दवारा किया जाता हैं इस वर्ष रामलीला करने वाले समितियों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार के साथ 17 अन्य प्रदेशो के हैं. और 7 अयोध्या व अन्य जिलो से हैं इस रामलीला मंचन में अवधि शैली, ब्रज शैली व बुंदेली शैली में आयोजित होता हैं. तथा बताया कि वर्ष में सभी रामलीला मंडलियो पर 56 लाख का खर्च आता हैं जिसको लेकर शासन को पूर्व में पत्र के माध्यम से जानकारी दिया जा चुका हैं.