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दीपोत्सव 2018 : अयोध्या के चौराहों पर रंगोली से लेकर सरयू घाट तक बिखरेंगे उत्सव के रंग

locationफैजाबादPublished: Sep 20, 2018 10:58:22 am

इस वर्ष तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम में 8 देशों के रामलीला कलाकार करेंगे प्रदर्शन

Deepotsav 2018 Shri Ramrajyabhishek Preparation In Ayodhya

Deepotsav 2018


फैजाबाद ( अयोध्या ) उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद बीते वर्ष राम नगरी अयोध्या में शुरू हुई दिव्य दीपावली उत्सव की नयी परम्परा को इस वर्ष और भव्य समृद्धशाली बनाने की योजना है | इस वर्ष के आयोजन को और विस्तार देने के लिए प्रदेश सरकार बीते कई महीनों से काम कर रही है और अब इस आयोजन को एक महीने शेष हैं ऐसे में आयोजन से जुड़े विभागों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है | इस पर्व को यादगार बनाने के लिए ही पिछले वर्ष प्रदेश सरकार ने दीपोत्सव-2017 का एक दिवसीय समारोह आयोजित किया था। इस वर्ष यह आयोजन तीन दिवसीय होगा। इसकी रूपरेखा निर्धारित करने के साथ विभागों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इसी कड़ी में अयोध्या शोध संस्थान ने विदेशी रामलीलाओं के मंचन के अलावा अन्य कार्यक्रम भी तय किया है। अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉ. वाईपी सिंह ने देते हुए बताया कि चार नवम्बर को अवध विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में ‘राम दरबार’ की ओपेन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में चयनित दल के कलाकारों को छह नवम्बर को मुख्य आयोजन के दौरान अवसर दिया जाएगा। पांच नवम्बर को रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से नगर के सभी चौराहों पर रंगोली भी सजाई जाएगी। दीपोत्सव के लिए आठ अलग-अलग देशों लॉओस, इंडोनेशिया, रुस, ट्रिनीडाड-टुबैगो, कम्बोडिया, श्रीलंका, मलेशिया के अलावा भारत के श्रीराम भारत कला केन्द्र, नई दिल्ली व संस्कृति कला संगम नई दिल्ली के रामलीला दल की ओर से रामलीला का मंचन किया जाएगा।.
इस वर्ष तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम में 8 देशों के रामलीला कलाकार करेंगे प्रदर्शन

इस वर्ष साज-सज्जा सम्पूर्ण अयोध्या में की जाएगी। जबकि पिछले वर्ष यह साज-सज्जा रामपैड़ी से लेकर रामकथा पार्क के ही बीच की गई थी। बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ दीपोत्सव के अवसर पर रामलीला मंचन करने वाले विदेशी कलाकारों को भी सम्मानित करेंगे। इस शृंखला में लॉओस के कलाकारों के अतिरिक्त सोवियत रूस के कलाकार पद्मश्री गेन्नदी पिचनिकोव की पुत्री पिचनिकोव तातन्या को सम्मानित किया जाएगा। शोध संस्थान के निदेशक डॉ. सिंह ने बताया कि लॉओस कम्यूनिस्ट देश होते हुए भी वहां के नेशनल म्यूजियम में बीते 22 वर्षों से रामलीला का मंचन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लॉओस के लुअंग-पराबंग स्थित थिएटर में फराल्ॉक-फरालॉम के नाम से प्रतिदिन रामलीला का मंंचन किया जाता है। इसके लिए 20 डालर का टिकट भी निर्धारित है। उन्होंने बताया कि इस थिएटर में फूडिंग व लाजिंग की भी व्यवस्था है जिसका प्रतिदिन का किराया 60 डालर है। इसमें रामलीला मंचन के टिकट का किराया भी शामिल है। इसके अलावा गेन्नादी पिचनिकोव रूस के वह कलाकार हैं जो कि बीते 40 वर्षों से रामलीला मंचन में भगवान राम के पात्र की भूमिका अदा कर रहे हैं। कुल मिलाकर इस वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन आने वाले लम्बे समय तक लोगों के जेहन पर अपनी यादें बनाये रखने में सफल होगा |
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