scriptमिसाल : डीएम फैजाबाद ने मुंहबोली माँ की अस्थियों को सरयू में किया विसर्जित | DM Faizabad Anil Pathak immerses old woman's bones in Saryu river | Patrika News

मिसाल : डीएम फैजाबाद ने मुंहबोली माँ की अस्थियों को सरयू में किया विसर्जित

locationफैजाबादPublished: Sep 07, 2018 11:14:12 am

पहले लावारिस वृद्ध महिला का कराया इलाज हो गया निधन तो चिता को दी मुखाग्नि और अब कर रहे हैं तेरह दिन का कर्मकांड

DM Faizabad Anil Pathak immerses old woman's bones in Saryu river

DM Faizabad Dr Anil Kumar Pathak

फैजाबाद : इन दिनों जिलाधिकारी फैजाबाद अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं | अपने पद पर रहते हुए अपनी ड्यूटी निभाने के अलावा मानवीय दृष्टि को सर्वोपरि मानते हुए एक वृद्ध महिला का इलाज कराने और उसके निधन पर उसकी चिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार करने वाले जिलाधिकारी फैजाबाद डॉ अनिल कुमार पाठक ने उस वृद्ध लावारिस मृत्यु महिला से एक बेटे का संबंध निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है | अभी तक जहां उन्होंने मृत महिला के निधन के बाद अपने हाथों से उस महिला की चिता को मुखाग्नि दी थी | वही अब वैदिक कर्मकांड के अनुसार जिलाधिकारी ने वृद्ध महिला की अस्थियों का विसर्जन कर 13 दिन के क्रिया कर्म की तैयारी कर ली है और 13 दिन ब्राह्मण भोज के साथ मृत महिला की आत्मा की शांति के लिए सारे कर्मकांड करने की ठान रखी है | डीएम फैजाबाद अनिल कुमार पाठक द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर समाज के हर वर्ग में उनकी जमकर तारीफ हो रही है |
पहले लावारिस वृद्ध महिला का कराया इलाज हो गया निधन तो चिता को दी मुखाग्नि और अब कर रहे हैं तेरह दिन का कर्मकांड

बताते चलें कि इस मुंहबोले मां बेटे के रिश्ते में जिलाधिकारी फैजाबाद डॉ अनिल कुमार पाठक ने सड़क के किनारे घायल अवस्था में पड़ी एक वृद्ध महिला को लाकर अस्पताल में भर्ती कराया था और अस्पताल में उसका उच्च कोटि का इलाज भी कराया | लेकिन इलाज के दौरान ही वृद्ध महिला की मृत्यु हो गई | इससे पूर्व भी जिलाधिकारी का यह कदम चर्चा का केंद्र बना हुआ था और रोजाना जिलाधिकारी वृद्ध महिला का हाल-चाल भी लेते रहे थे | लेकिन महिला के निधन के बाद जिस तरह से जिलाधिकारी फैजाबाद में लावारिस महिला के शव को मुखाग्नि दी | उसे देखकर हर किसी ने उनकी तारीफ की और अब एक बेटे का फर्ज निभाते हुए जिलाधिकारी फैजाबाद ने अपनी बोली मां की अंखियों के विसर्जन के साथ 13 दिन के कर्मकांड का निर्णय लिया है और बखूबी उसे निभा रहे हैं | तेरहवें दिन ब्राह्मण भोज के साथ मृत आत्मा की शांति के लिए जिलाधिकारी कार्यक्रम भी करेंगे | जाहिर तौर पर एक IAS अधिकारी कार्य व्यवहार समाज के हर वर्ग हर तबके के लिए सबक है |
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो