पूर्व विधायक आनंदसेन के पिता और पूर्व सांसद स्वर्गीय मित्रसेन यादव भी थे इस मुकदमे में आरोपी
अभियोजन पक्ष से सरकारी वकील कालिका प्रसाद सिंह और वादी ओम प्रकाश यादव के पक्ष से वरिष्ठ अधिवक्ता सईद खान ने पैरवी किया. सरकारी वकील कालिका प्रसाद सिंह के मुताबिक 24 जून 1996 की शाम सवा 6 बजे निमड़ी गांव में प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर वादी ओम प्रकाश के चाचा भवानी फेर यादव की नृशंस हत्या उस समय कर दी गई,जब वह मिल्कीपुर से अपने घर जा रहे थे,उसी समय सड़क के किनारे छप्पर में घात लगाए पहले से बैठे रामसुमेर, भगवंत, शोभनाथ, साईचरन रामसेवक व जगप्रसाद ने बन्दूक व कट्टे से फायरिंग कर दिया, गोली लगने से भवानीफेर यादव गिर गए इसके बाद उनकी मौत हो गई, न्यायालय में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से सीआरपीसी की धारा 319 के अन्तर्गत पूर्व सांसद मित्रसेन यादव और उनके पुत्र आनन्द सेन यादव को तलब किया गया,दौरान मुकदमा पूर्व सांसद मित्रसेन यादव, जग प्रसाद व भगवंत प्रसाद की मृत्यु हो गई. बाकी बचे पांच आरोपितों पर ट्रायल शुरू किया था .