इस शर्मनाक मामले को लेकर चर्चा में आया ये स्कूल शहर के प्रतिष्ठित गिने चुने स्कूलों में से एक है , लेकिन 8 साल की बच्ची जो यंहा क्लास 2 में पढ़ती है उसके और उसके परिवार के लिए यहाँ का अनुभव बहुत ही दुखद रहा जो उसकी जिन्दगी में कड़वी यादो में जीवन भर तकलीफदेह बना रहेगा. पीड़ित छात्रा के पिता ने मीडिया के सामने रो रो कर कहा कि मै तो अपनी बच्ची को पढ़ाने शहर लेकर आया था लेकिन यहाँ स्कूल वालों ने उसकी ज़िन्दगी खराब कर दी . उस मासूम के साथ उसके अपने स्कूल बस और वैन के ड्राइवर ने उसके साथ महीनो शारीरिक शोषण किया.उसके साथ घट रही घटनाओं की जानकारी स्कूल प्रबंधतंत्र को भी दी गई लेकिन न तो आरोपी ड्राइवर के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया और न ही कोई कारवाई की गई बस उस बच्ची को बस के बजाय स्कूल वैन पर शिफ्ट कर दिया गया.
शिकायत करने पर स्कूल प्रबंधन ने जब बदला छात्रा का वाहन तो और बस ड्राइवर और उसके साथी मिलकर करने लगे गंदा काम परिजनों की शिकायत के बाद बच्ची को बस के बजाय स्कूल वैन पर शिफ्ट कर दिया गया लेकिन इसके बाद शारीरिक शोषण रुकने के बजाय बढ़ गया और बस का ड्राइवर भी वैन ड्राइवर के साथ उसी वैन में साथ जाने लगा जिसमे वह बच्ची स्कूल आती जाती थी.आखिर सबकुछ जानते हुए भी स्कूल प्रबंध तंत्र ? का ध्यान इस पर क्यो नहीं गया .स्कूल वैन के ड्राइवर और उसका साथी सबसे अंत में इस बच्ची को छोड़ने इसके घर जाते थे और सुनसान जगह पर उसके अकेला होते ही उसका शारीरिक शोषण करते थे.मामले की शिकायत होने के बाद कोतवाली नगर पुलिस ने गैंगरेप की धारा 376D के तहत केस दर्ज कर तीन आरोपियों को तो जेल भेज दिया लेकिन लापरवाह स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.जिसके बाद अब मामले की शिकायत अब पीएमओ तक पहुच गयी है.