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6 नवंबर को कोरिया के राष्ट्रपति करेंगे अयोध्या में बनने वाले क्वीन हो स्मारक का शिलान्यास

locationफैजाबादPublished: Sep 19, 2018 03:16:32 pm

दीपोत्सव के दौरान सीएम योगी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति संयुक्त रूप से करेंगे क्वीन हो स्मारक का निर्माण का शिलन्यास

Korea's President will lay foundation stone of Queen Hua Monument

6 नवंबर को कोरिया के राष्ट्रपति करेंगे अयोध्या में बनने वाले क्वीन हो स्मारक का शिलान्यास

अनूप कुमार
फैजाबाद ( अयोध्या ) धार्मिक नगरी अयोध्या में आगामी नवम्बर माह में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान ही भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों की जीवंत मिसाल के रूप में रानी क्वीन हो का स्मारक बनाए जाने के लिए कोरिया के राष्ट्रपति मून जे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संयुक्त रूप से इस स्मारक निर्माण योजना का शिलान्यास करेंगे. इस स्मारक को बनाये जाने के लिए भूमि का चयन पहले ही किया जा चुका है और दक्षिण कोरिया से आये तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने स्मारक के निर्माण के सम्बन्धी प्रारूप भी तैयार कर लिया है | अब इस योजना का शिलान्यास होने के साथ निर्माण कार्य शुरू होना शेष है | जाहिर तौर पर यह स्मारक भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों को एक नयी मजबूती और ऊर्जा देगा | इस स्मारक के निर्माण के साथ अयोध्या और दक्षिण कोरिया के मांगलिक रिश्तों को एक नया आयाम मिलेगा |
दीपोत्सव के दौरान सीएम योगी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति संयुक्त रूप से करेंगे क्वीन हो स्मारक का निर्माण का शिलन्यास

इस ऐतिहासिक स्मारक के निर्माण के लिए अयोध्या में सरयू तट के किनारे राम कथा संग्रहालय के पीछे की भूमि पर रानी क्वीन हो स्मारक बनाने के लिए स्थान का चयन किया गया है | जहां पर भारत और दक्षिण कोरिया के प्राचीन संबंधों पर आधारित एक विशाल संग्रहालय का निर्माण किया जाना है | इस संग्रहालय में भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों को प्रदर्शित करने वाली झांकियों के साथ कलाकृतियां प्रतिमाएं और अन्य वस्तुएं रखी जाएंगी | इसके साथ ही इसके इस संग्रहालय की दिवालो पर उस कहानी का भी चित्रों के माध्यम से प्रदर्शन होगा जिसमे अयोध्या की राजकुमार सुवर्ण रत्ना अयोध्या से जल मार्ग के रास्ते दक्षिण कोरिया तक गयी | वहीँ अयोध्या की राजकुमारी सुवर्ण रत्ना सुरी रत्ना दक्षिण कोरिया के राजा किम सोरो के विवाह की कहानी भी प्रदर्शित होगी . इसके अतिरिक्त इस संग्रहालय में समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए दोनों देशों के संबंधों को जीवंतता प्रदान की जाएगी. संग्रहालय में समय समय पर भारत और द्कस्हीं कोरिया के कलाकार एकल और संयुक्त रूप से कार्यक्रमों का प्रदर्शन करेंगे | इस स्मारक के निर्माण के लिए अयोध्या में सरयू तट के किनारे स्थित राम कथा संग्रहालय के पीछे ढाई एकड़ की भूमि का चयन किया गया है जहाँ इस भव्य स्मारक और संग्रहालय का शिलान्यास होगा.
तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम में दिखेगी भारत और दक्षिण कोरिया की सांस्कृतिक विरासत की झलक

वहीँ इस वर्ष रामनगरी अयोध्या में दीपावली के मौके पर होने वाले भगवान राम के राज्याभिषेक कार्यक्रम और दिव्य दीपावली दीपोत्सव में कुछ नया देखने को मिलेगा | बीते वर्ष इस नई परंपरा की शुरुआत करने वाली योगी सरकार के प्रयास में दक्षिण कोरिया सरकार ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का मन बनाया है | इस बार दीपावली के इस उत्सव में भारत के दीपावली के त्यौहार और दक्षिण कोरिया के किम हे त्यौहार का मिश्रण देखने को मिलेगा | दोनों देशों के कलाकार मिलकर इस उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे जिसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही है | इतना ही नहीं इस बार इस आयोजन में दक्षिण कोरिया से करीब 5000 से ज्यादा पर्यटकों के अयोध्या पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है | इस नए प्रयास से भारत और दक्षिण कोरिया के संबंध न सिर्फ और मजबूत होंगे बल्कि आर्थिक और व्यावसायिक संबंधों में भी प्रगाढ़ता आएगी | बताते चलें कि जिस प्रकार से भगवान श्री राम के 14 वर्ष वनवास काटने के बाद अयोध्या वापसी पर अयोध्या के लोगों ने दीपक जलाए थे और खुशियां मनाई थी | उसी प्रकार अयोध्या की राजकुमारी सुवर्णा रत्ना का विवाह जब दक्षिण कोरिया के राजा के साथ हुआ था उस समय पहली बार रानी के दक्षिण कोरिया पहुंचने पर कोरिया के लोगों ने एक बहुत बड़ा उत्सव मनाया था | जिसका नाम किम् हे पड़ गया और तब से लेकर आज तक क्या उत्सव मनाया जाता रहा है | इस वर्ष यह उत्सव राम नगरी अयोध्या के सरयू तट पर मनाया जाएगा और दोनों देशों की विरासत का भव्य दर्शन पर्यटकों और पूरे देश के लोगों को देखने को मिलेगा |
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