फैजाबाद की टाटशाह मस्जिद में बिअथक के दौरान फैजाबाद शहर के उलेमाओं और मौलानाओं ने कहा नही छोड़ सकते मस्जिद का दावा
इस बैठक में जहां ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य मौलाना सलमान नदवी के उस प्रस्ताव जिसमें मस्जिद की जगह राम मंदिर निर्माण के लिये देने की बात कही गई है थी उस प्रस्ताव की कड़े शब्दों में निंदा की गयी.बैठक में यह फैसला लिया गया कि बातचीत से मसले का हल निकालने के उद्देश्य से अयोध्या आ रहे आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर से मुस्लिम समुदाय दूरी बनाये रखेगा. यह भी निर्णय हुआ कि अगर कोई मुसलमान श्रीश्री के साथ वार्ता में शामिल होता है तो उसका सामाजिक बॉयकाट किया जायेगा . इसके पहले भी जब आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर अयोध्या फैजाबाद दौरे पर आये थे, तो भी उन्हें मुस्लिम उलमाओं का खास साथ नहीं मिला था. श्रीश्री की फार्ब्स इंटर कॉलेज में आयोजित सभा में शहर के मस्जिदों के इमामों को भी बुलाया गया था, लेकिन एक-दो उलमाओं को छोड़कर अन्य मुस्लिम धर्मगुरूओं ने बैठक से दूरी बनाये रखी थी. टाटशाह में आयोजित बैठक की जानकारी टाटशाह मस्जिद प्रबंध कमेटी के सचिव हाजी गुलाम अहमद सिद्दीकी व मुस्लिम मजलिस के प्रांतीय अध्यक्ष अधिवक्ता मोहम्मद नदीम सिद्दीकी ने दी। बैठक में मौलाना शाबान, मौलाना सदरे आलम, हाजी अकबर अली, हाजी खुर्शीद अंसारी, हाजी अब्दुल वहीद, अधिवक्ता शकीलुर्रहमान, अकील सिद्दीकी, मो.इश्हाक खान, मो.फिरोज, नसीउल्लाह खान, अब्दुल खालिक, काजी मोहम्मद इमरान सहित अन्य मस्जिदों के इमाम मौजूद रहे.