अवध यूनिवर्सिटी के सामने चल रहे कुछ साइबर कैफे से की जा रही हैं संदिग्ध गतिविधियाँ चौकाने वाले मामले में फैजाबाद के नाका क्षेत्र में स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने कई साइबर कैफे खुले हुए हैं | जहां पर छात्रों के फॉर्म भरने से लेकर अन्य दस्तावेजी कामकाज दुकानदार करते हैं | लेकिन इसकी आड़ में फर्जी मार्कशीट बनाने का मामला भी सामने आ सकता है | कुछ दिनों पूर्व छात्रों की शिकायत के बाद पुलिस टीम बीते कई दिनों से इस मामले की जांच कर रही थी | जिसके बाद विश्वविद्यालय परिसर के गेट के सामने ही एक साइबर कैफे से फर्जी मार्कशीट मिलने की जानकारी सूत्र दे रहे हैं | हालांकि पुलिस अभी खुलकर कुछ बोलने से पीछे हट रही है और जल्द ही इस मामले में अंजाम तक पहुंचने के बाद पूरे प्रकरण से पटाक्षेप की बात कह रही है | लेकिन इतना जरूर है कि जांच में कुछ न कुछ ऐसा मौजूद है जो वह चौकाने वाला है |
पुलिस टीम को जांच में मिले हैं अहम् सुराग यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी से हो रही है पूछताछ एसपी सिटी अनिल सिंह सिसोदिया के मुताबिक जांच के दौरान कुछ संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं इस संबंध में संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है | इस बात की पुष्टि की जा रही है कि कहीं फर्जी मार्कशीट बनाने का कोई गिरोह सक्रिय नहीं है | दिलचस्प बात ये है कि फैजाबाद के अवध विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट बनाने का यह कोई नया मामला नहीं है | इससे पहले भी फर्जी मार्कशीट बनाने के कई बड़े मामले सामने आ चुके हैं | जिसमें दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे जीतेंद्र सिंह तोमर की डिग्री का मामला भी शामिल था | फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है ।