scriptनोट बैन साइड इफेक्ट : जहां चल रही थी बारात की तैयारी वहां हो रहा है क्रिया कर्म संस्कार | Old age man died due to Rs 500, Rs 1000 note banned in Faizabad | Patrika News
फैजाबाद

नोट बैन साइड इफेक्ट : जहां चल रही थी बारात की तैयारी वहां हो रहा है क्रिया कर्म संस्कार

घर में बजनी थी शहनाई लेकिन नोट बैन के कारण पसरा मातम

फैजाबादNov 25, 2016 / 11:48 am

अनूप कुमार

Note Ban Side Effect

Note Ban Side Effect

फ़ैज़ाबाद । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काले धन और फेक करेंसी पर नियंत्रण करने के लिए 1000 और 500 के नोट बंद करने की कार्यवाही का बैड इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है 2 दिन पूर्व जहां अपने बेटे के इलाज के लिए बैंक पैसा निकालने गए बुजुर्ग को पैसा न मिलने के कारण इलाज के अभाव में उसके बेटे की मौत का मामला सामने आया था वही उसी बीकापुर इलाके में अपने बेटे की शादी के लिए रुपए निकालने के लिए बैंक के चक्कर काट रहे एक और बुजुर्ग की मौत का मामला सामने आया है ।
एक दिन पहले भी बुजुर्ग लगा था बैंक की लाइन में लेकिन नही मिले थे पैसे 

फैजाबाद के ग्रामीण क्षेत्र बीकापुर के चांदपुर निवासी राम अवध निषाद की शादी 30 नवंबर को होनी है उसी शादी की तैयारियों को लेकर पैसों की व्यवस्था में राम अवध के पिता राजा राम निषाद बीते 2 दिन से बैंक ऑफ बड़ौदा बीकापुर शाखा में 2 दिन से जा रहे थे घटना के 1 दिन पूर्व भी वह बैंक में पैसे निकालने के लिए लाइन में लगे थे पूरा दिन लाइन लगाने के बाद जब उनका नंबर आया तब बैंक में पैसा समाप्त हो चुका था जिसके बाद वह निराश होकर घर लौट आए अगली सुबह हुआ पैसा निकालने के लिए साइकिल से बैंक जा रहे थे कि रास्ते में ही उनके सीने में तेज दर्द उठा और मौके पर ही गिर कर उन्होंने दम तोड़ दिया इसके बाद जब इस घटना की जानकारी घरवालों को है तो परिवार में कोहराम मच गया और शादी की तैयारियों की खुशियां मातम में बदल गई मृतक के परिवार इस समय दुख का माहौल है ।
घर में बजनी थी शहनाई लेकिन नोट बैन के कारण पसरा मातम

मृतक राजाराम निषाद के बेटे राम अवध ने बताया उसकी मां का निधन पहले ही हो चुका था उसके परिवार में उसकी चार बहनें और दो भाई हैं सभी बहनों की शादी हो चुकी है दो बेटों की शादी होनी रह गई थी लेकिन अचानक घर के मुखिया के चले जाने से दोनों बेटे अनाथ हो गए हैं अभी तक जिस परिवार में हंसी खुशी का माहौल था और अगले सप्ताह घर से धूमधाम से बारात निकलने वाली थी उसी घर में अब अंतिम संस्कार कार्यक्रम चल रहा है और हंसी खुशी का माहौल गम और मातम में बदल गया है ।
दो दिन पहले भी इलाज के अभाव में हो गयी बेटे की मौत और बूढा बाप नही निकाल सका था बैंक से पैसे 

आपको बताते चलें कि दो दिन पूर्व भी फैजाबाद के ग्रामीण क्षेत्र बीकापुर के चरावां इलाके के रहने वाले परशुराम 45 वर्ष को फेफड़े की बीमारी से मौत हो गयी थी उनके पिता टीड़ी अपने बेटे के इलाज के लिए पैसे निकालने बीते 3 दिन से बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की कशेरूआ शाखा में लाइन लगा रहे थे लेकिन बैंक से उन्हें पैसे नहीं मिले । वही बीमारी की चपेट में अगर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे बेटे परसराम की हालत और बिगड़ती गई और इलाज के लिए पैसे न होने के कारण आखिरकार परशुराम को मौत हो गई मृतक अपने पीछे अपने चार बच्चों में दो बेटियां और बेटा छोड़ गया है इस घटना को लेकर परिवार बेहद दुखी है ।
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