मानसिक रूप से बीमारी था मृतक फिर भी पुलिस ने नही किया रहम इलाज में लापरवाही के चलते तड़प कर तोड़ दिया दम दिल दहला देने वाली इस घटना में एक बालिका के साथ छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार बंदी दशरथ पासी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई .पुलिस ने 18 जुलाई को छेड़खानी के आरोप में दशरथ पासी को गिरफ्तार किया था।21 जुलाई को जब पुलिस ने न्यायालय में पेश कर मंडल कारागार में दाखिल किया तो अभिलेखों में दाखिला कर जेल प्रशासन ने आनन फानन में बंदी दशरथ पासी को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था जहां पर नाजुक हालत में उसे लखनऊ रेफर किया गया . इलाज के दौरान ही लखनऊ ट्रामा सेंटर ने ये कह कर उसे बैक रिफर फैजाबाद कर दिया कि इलाज के लिए कोर्ट की अनुमति नही है। आरोपी दशरथ पासी की फैजाबाद जिला अस्पताल में फिर इलाज शुरू हुआ था कि अचानक आज 23 जुलाई को उसकी मौत हो गई। एसएसपी फैजाबाद डॉ मनोज कुमार ने बताया कि कैदी की मरीज की असामान्य व्यवहार को देखते हुए जेल प्रशाशन ने ट्रामा सेंटर रिफर किया गया था जो एक सामान्य प्रक्रिया है फिर भी मरीज का इलाज नही किया गया और वापस भेज दिया गया ,जिला अस्पताल के मानसिक रोग चिकित्सक से इनका इलाज कराया गया जहां तेज़ बुखार और दौड़ा पड़ने के कारण इनकी मौत हो गयी है .
परिजनों ने कहा विपक्षियों से पैसे लेकर पुलिस ने किया था गिरफ्तार झूठे आरोप में पांच दिन तक थाने में करते रहे पिटायी
मृतक की बहन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने विपक्षियों से पैसे लेकर उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया था और उसके बाद पुलिस ने मृतक के ऊपर थर्ड डिग्री इस्तेमाल किया जबकि जिस दिन दशरथ पासी पर छेड़खानी का आरोप लगा उस दिन लड़की अपने ननिहाल में थी। परिजनों के इस आरोप के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ गये हैं। दूसरी तरफ लखनऊ ट्रामा सेंटर व फैजाबाद जिला अस्पताल के बीच इलाज में लापरवाही भी सामने आई है। मृतक दशरथ पासी थाना इनायतनगर के कोटवा गांव का रहने वाला था। गांव के ही एक बालिका के पिता ने दशरथ पासी पर उसके पुत्री से छेड़खानी का आरोप लगाया था जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 18 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था। परिजनों की माने तो दशरथ पासी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी इसके बावजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसकी पिटाई किया जिसके बाद फैजाबाद जिला अस्पताल लखनऊ ट्रामा सेंटर के बीच आपाधापी में इलाज में लापरवाही हुई जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
मृतक की बहन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने विपक्षियों से पैसे लेकर उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया था और उसके बाद पुलिस ने मृतक के ऊपर थर्ड डिग्री इस्तेमाल किया जबकि जिस दिन दशरथ पासी पर छेड़खानी का आरोप लगा उस दिन लड़की अपने ननिहाल में थी। परिजनों के इस आरोप के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ गये हैं। दूसरी तरफ लखनऊ ट्रामा सेंटर व फैजाबाद जिला अस्पताल के बीच इलाज में लापरवाही भी सामने आई है। मृतक दशरथ पासी थाना इनायतनगर के कोटवा गांव का रहने वाला था। गांव के ही एक बालिका के पिता ने दशरथ पासी पर उसके पुत्री से छेड़खानी का आरोप लगाया था जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 18 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था। परिजनों की माने तो दशरथ पासी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी इसके बावजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसकी पिटाई किया जिसके बाद फैजाबाद जिला अस्पताल लखनऊ ट्रामा सेंटर के बीच आपाधापी में इलाज में लापरवाही हुई जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।