सांसद संजय सिंह राज्यसभा सभापति को भी लिख चुके हैं पत्र, संसद में काम नहीं तो सांसद को न मिले भत्ता
आप प्रवक्ता ने बताया कि सांसद संजय सिंह काम नहीं तो भत्ता नहीं यह नियम जब तक नहीं बनता बिना सुचारू रूप से सत्र चले मिलने वाले भत्ते को आम आदमी पार्टी के तीनों राज्यसभा सांसद दान करते रहेंगे । आप प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने कहा कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 7 मार्च 2018 को राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर भी कहा था कि सर्वोच्च सदन में जनता के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए | छात्रों में किसानों व्यापारियों व आम आदमी को जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा होती है कि उनके मुद्दों पर चर्चा करके उनकी समस्याओं का समाधान सर्वोच्च सदन खोजेगी पर सदन हंगामे की भेंट चढ़ जाता है | ऐसी स्थिति में सांसद के तौर पर मिलने वाला भत्ता न दिया जाए आप प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या अन्य सांसद भी संजय सिंह एवं आम आदमी पार्टी के सांसदों की इस पहल का दूसरे दलों के भी सांसद अनुसरण करेंगे । जिससे जनता के पैसे की बर्बादी ना हो सके और संसद सत्र सुचारू रूप से चल सके क्योंकि सर्वोच्च सदन इस देश के आम लोगों की बड़ी अपेक्षाएं होती है कि सदन उनके हित में काम करेगा उनकी समस्याओं को लेकर लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य चर्चा करेंगे और समस्याओं का समाधान ढूढेंगे और जब ऐसा नहीं होता देश के युवाओं किसानों व्यापारियों व आम आदमी को बड़ी निराशा होती है |
आप प्रवक्ता ने बताया कि सांसद संजय सिंह काम नहीं तो भत्ता नहीं यह नियम जब तक नहीं बनता बिना सुचारू रूप से सत्र चले मिलने वाले भत्ते को आम आदमी पार्टी के तीनों राज्यसभा सांसद दान करते रहेंगे । आप प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने कहा कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 7 मार्च 2018 को राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर भी कहा था कि सर्वोच्च सदन में जनता के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए | छात्रों में किसानों व्यापारियों व आम आदमी को जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा होती है कि उनके मुद्दों पर चर्चा करके उनकी समस्याओं का समाधान सर्वोच्च सदन खोजेगी पर सदन हंगामे की भेंट चढ़ जाता है | ऐसी स्थिति में सांसद के तौर पर मिलने वाला भत्ता न दिया जाए आप प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या अन्य सांसद भी संजय सिंह एवं आम आदमी पार्टी के सांसदों की इस पहल का दूसरे दलों के भी सांसद अनुसरण करेंगे । जिससे जनता के पैसे की बर्बादी ना हो सके और संसद सत्र सुचारू रूप से चल सके क्योंकि सर्वोच्च सदन इस देश के आम लोगों की बड़ी अपेक्षाएं होती है कि सदन उनके हित में काम करेगा उनकी समस्याओं को लेकर लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य चर्चा करेंगे और समस्याओं का समाधान ढूढेंगे और जब ऐसा नहीं होता देश के युवाओं किसानों व्यापारियों व आम आदमी को बड़ी निराशा होती है |