फैजाबाद जिले में जारी है सरयू नदी से तबाही तटवर्ती इलाकों में हालात हैं बेहद खराब जिले के कैथी मांझा की हालात और भी दयनीय है .आवागमन का कोई साधन न होने से लोगों को सरकारी इमदाद तो दूर की बात, हाल पूछने वाला भी नहीं है. गांव के निवासियों का कहना है गांव में पानी भर गया है. बीमार बच्चों का इलाज किसी तरह नदी के उस पार जाकर प्राइवेट चिकित्सकों से कराया जाता है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात मेडिकल टीम कब आती है, किसी को पता नहीं ही चलता .प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराई गई एक नाव से ही आवागमन हो रहा है. दूसरी ओर महंगू पुरवा के ग्रामीणों ने बताया कि मेडिकल टीम एक दिन आई थी और कुछ बच्चों को दवाएं देते हुए वीडियो बना कर चली गई. बीते मंगलवार को जिस संपर्क मार्ग से होकर जिलाधिकारी डॉ. अनिल पाठक महंगू का पुरवा पहुंचे थे उस पर पानी भर जाने से गांव में आवागमन करने का कोई रास्ता नहीं रह गया है. गांव के रामनेवाज, रमेश, राम बचन, राजदत्त, बजरंगी, देवी प्रसाद,रामदेव सहित दर्जनों परिवारों ने अपने मवेशियों के साथ रौनाही तटबंध पर शरण ले रखा है. दूसरी ओर चारे की समस्या के कारण इंद्रजीत, राम उजागिर, कुंवर बहादुर, रामजीत, मनोहर, धर्मपाल, त्रिवेणी सहित लगभग 20 लोग अपने जानवरों को लेकर नदी के बीच टापू पर स्थित मरौचा में रहने को मजबूर हैं .