अयोध्या के सभी मंदिरों में होगा आयोजन
अयोध्या में जिस प्रकार राम नवमी पर भगवान राम जन्मोत्सव मनाया जाता है उसी तरह भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव भी अयोध्या के सभी मठ मंदिरों में भी मनाया जाता हैं इस दौरान सभी मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर रंग विरंगे लाइटों व फूलो से झांकियां से सजाई जाएगी तो वहीँ अयोध्या के मंदिरों सहित कई अन्य स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा नगर में दर्जनों स्थानों पर भगवान कृष्ण का झांकी भव्य आकर्षक पंडाल के माध्यम से दर्शन कराया जाएगा.
अयोध्या में जिस प्रकार राम नवमी पर भगवान राम जन्मोत्सव मनाया जाता है उसी तरह भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव भी अयोध्या के सभी मठ मंदिरों में भी मनाया जाता हैं इस दौरान सभी मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर रंग विरंगे लाइटों व फूलो से झांकियां से सजाई जाएगी तो वहीँ अयोध्या के मंदिरों सहित कई अन्य स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा नगर में दर्जनों स्थानों पर भगवान कृष्ण का झांकी भव्य आकर्षक पंडाल के माध्यम से दर्शन कराया जाएगा.
कृष्ण जन्मोत्सव पर सज रही राम नगरी
राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने बताया कि भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण दोनो अलग अलग युग के एक ही अवतार हैं जिस प्रकार भगवान राम ने त्रेतायुग में राक्षस रूपी अधर्म का विनाश कर धर्म की स्थापना किया तथा उस अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए द्वापरयुग में भगवान श्री कृष्ण का अवतार लेकर पूरा किया उसी तरह आज अयोध्या में जिस प्रकार भगवान राम का जन्मोत्सव मानते हैं उसी तरह सभी मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण का भी जन्मोत्सव को मनाया जाता हैं तथा राम जन्मभूमि में भी भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह पूर्वक होगा बताया कि जिस प्रकार श्री कृष्ण का जन्म मथुरा के एक कारागार में सैनिको के पहरे में लोहे के सलाखों के पीछे हुआ था उसी तरह रामलला के दरबार में भी भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव रात्रि 12 बजे जब चारो तरफ सिर्फ सैनिको के पहरे के बीच मनाया जाएगा.
राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने बताया कि भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण दोनो अलग अलग युग के एक ही अवतार हैं जिस प्रकार भगवान राम ने त्रेतायुग में राक्षस रूपी अधर्म का विनाश कर धर्म की स्थापना किया तथा उस अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए द्वापरयुग में भगवान श्री कृष्ण का अवतार लेकर पूरा किया उसी तरह आज अयोध्या में जिस प्रकार भगवान राम का जन्मोत्सव मानते हैं उसी तरह सभी मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण का भी जन्मोत्सव को मनाया जाता हैं तथा राम जन्मभूमि में भी भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह पूर्वक होगा बताया कि जिस प्रकार श्री कृष्ण का जन्म मथुरा के एक कारागार में सैनिको के पहरे में लोहे के सलाखों के पीछे हुआ था उसी तरह रामलला के दरबार में भी भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव रात्रि 12 बजे जब चारो तरफ सिर्फ सैनिको के पहरे के बीच मनाया जाएगा.