प्रतिवर्ष यम द्वितीया तिथि पर यमराज महाराज की तपोस्थली पर लगता है मेला होती है पूजा अर्चना अयोध्या में प्राचीन मान्यताओं को संजोए हुए सरयू तट पर स्थित यमराज की तपोस्थली माने जाने वाले यमथरा घाट पर कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया के अवसर पर परंपरागत ढंग से यम द्वितीया का मेला लगता है और वहां पर महाराज यमराज की पूजा होती है। श्रद्धालु राखी मिश्रा,श्रद्धालु रुचि पांडे,श्रद्धालु शिवानी साहू,ने बताया कि वह प्रतिवर्ष सुबह से ही सरयू में स्नान कर अपने और अपने परिवार की दीर्घायु होने की कामना लेकर यमराज की पूजा अर्चना करते हैं।विशेषकर यम द्वितीया को बहने व्रत रखकर अपने भाई के कल्याण और दीर्घायु होने की भी कामना लेकर यमथरा घाट पर स्नान और यमराज की पूजा अर्चना करती है। मंदिर के पुजारी अवध किशोर शरण ने बताया कि प्राचीन मान्यताओं के अनुसार यमराज ने इस तपोस्थली को अयोध्या माता से प्राप्त किया था और मान्यता है कि यमराज महाराज की पूजा-अर्चना करने वालों को यमराज से भय नहीं लगता और इन्हीं कामनाओ को लेकर यमथरा घाट पर महाराज यमराज की पूजा अर्चना होती है।