बेटी बेटे के बीच के फर्क को मिटाने के लिए उत्साही युवाओं की टीम निकली है देश भ्रमण पर टीम की एक महिला सदस्य सुनयन मिश्र ने बताया कि इस साईकिल यात्रा के जरिये हम सिर्फ भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया में ये सन्देश देना चाहते हैं कि बेटा और बेटी में फर्क नहीं होता है अगर मौका मिले तो बेटियाँ भी बेटों की तरह घर का नाम रौशन कर सकती हैं इसी भावना को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए हम सभी ने साइकिल यात्रा शुरू की है . वहीँ जिलाधिकारी फैजाबाद डॉ अनिल कुमार पाठक ने साइकिल यात्रा में शामिल सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई देते हुए कहा कि किसी भी देश का और समाज का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब प्रकृति के नियमों के अनुसार महिला और पुरुष को विकास के सामान अवसर दिए जाएँ तभी देश का कल्याण संभव है . श्री पाठक ने कहा कि हमार देश आज बहुत तरक्की कर चुकी है आर्थिक रूप से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हम दुनिया के अन्य देशों के साथ चल रहे हैं लेकिन बेटी बेटे के भेद की समस्या से आज भी हमारा समाज ग्रसित है और जब तक ये भावना समाप्त नहीं होती तब तक देश का विकास संभव नहीं है ,श्री पाठक ने इस साईकिल यात्रा में शामिल सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें विदा किया .