सीएम मनोहरलाल खट्टर सुबह 7.30 बजे शहीद अटाली गांव पहुंचे थे। उनके साथ पृथला से बीएसपी विधायक टेक चंद शर्मा भी साथ में थे। सीएम मनोहर लाल ने शहीद संदीप के दो वर्षीय बेटे रशित को गोद में लेकर पुचकारा। उन्होंने परिवार के सदस्यों को सांत्वना भी दी। सीएम ने 50 लाख रुपए की राशि, परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी देने, सरकारी स्कूल और रोड का नाम शहीद के नाम पर रखने का भी आश्वासन दिया।
आमने-सामने की मुठभेड़ में घायल हुए थे संदीप
12 फरवरी को संदीप और उनके तीन साथियों की पुलवामा में आतंकवादियों से आमने-सामने की मुठभेड़ हुई थी। इसमें एक साथी मौके पर ही शहीद हो गया था। जबकि संदीप और दूसरा साथी घायल हो गए थे। मंगलवार 19 फरवरी को शहीद संदीप की इलाज के दौरान मौत हो गई। बुधवार को उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। संदीप अपने पीछे मां केशर देवी,पिता नैनपाल,पत्नी गीता, छह वर्षीय बेटी लावन्या और दो-दो साल के जुड़वा बेटे रशित और रतित को छोड़ गए हैं।
2005 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था संदीप कुमार
बल्लभगढ़ के अटाली गांव निवासी नैनपाल के बड़े बेटे संदीप कुमार वर्ष 2005 में बेंगलुरू से भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उनका चयन 10 पैरा स्पेशल कमांडो फोर्स में किया गया। संदीप अपनी बटालियन के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे। उनकी तैनाती पुलवामा में थी।