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देवीलाल के सहारे अपना कॉडर खड़ा करेंगे दुष्यंत चौटाला

locationफरीदाबादPublished: Sep 15, 2018 09:40:11 pm

हरियाणा के विपक्षी दल इनेलो के बीच छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई के बीच युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने बड़ा दांव खेलते हुए पड़दादा ताऊ देवीलाल के नाम से जननायक सेवादल का पुनर्गठन कर दिया है।

देवीलाल के सहारे अपना कॉडर खड़ा करेंगे दुष्यंत चौटाला

देवीलाल के सहारे अपना कॉडर खड़ा करेंगे दुष्यंत चौटाला

चंडीगढ़। हरियाणा के विपक्षी दल इनेलो के बीच छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई के बीच युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने बड़ा दांव खेलते हुए पड़दादा ताऊ देवीलाल के नाम से जननायक सेवादल का पुनर्गठन कर दिया है।

कांग्रेस के सेवादल विंग और भाजपा के मागदर्शक आरएसएस की तर्ज पर काम करने वाले जननायक सेवादल में दुष्यंत चौटाला ने अपने पिता अजय सिंह चौटाला व दादा ओमप्रकाश चौटाला के उन कट्टर समर्थकों को शामिल किया जो उनके जेल जाने के बाद इनेलो की राजनीति में हाशिए पर चल रहे थे। दुष्यंत की इस कार्रवाई को इनेलो विधायक दल के नेता अभय चौटाला गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। यह सेवादल वर्ष 2000 के दौरान अजय सिंह चौटाला ने खड़ा किया था जिसका करीब 18 साल बाद दुष्यंत ने पुनर्गठन कर दिया है।


इनेलो नेताओं में लंबे समय से परिवारिक कलह चल रही है। हालांकि शीर्ष नेता इस कलह से इनकार करते हुए रहे हैं लेकिन चौटाला परिवार के यह सदस्य गाहे-बगाहे एक-दूसरे की राजनीतिक रूप से खिंचाई करने से पीछे नहीं हटे हैं फिर चाहते वह कैथल में आयोजित इनसो का स्थापना दिवस समारोह हो या फिर इनेलो की एक टीम द्वारा एसवाईएल के मुद्दे पर आयोजित किया जेल भरो आंदोलन हो।


इन सब अवसरों पर अजय चौटाला व ओम प्रकाश चौटाला समर्थक जहां दुष्यंत चौटाला के साथ खड़े दिखाई दिए हैं वहीं अभय चौटाला अपने समर्थकों की अलग से उपस्थिति दर्ज करवाने में जुटे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं के बीच खींचतान की खबरें जहां सार्वजनिक हो रही हैं वहीं इनेलो सुप्रीमों ओ.पी. चौटाला के जेल से बाहर आने की अटकलों के बीच दुष्यंत चौटाला ने पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय ताऊ देवीलाल के नाम पर जननायक सेवादल का पुनर्गठन किया है।

हालांकि सेवादल को पूरी तरह से गैरराजनीतिक करार देते हुए यह दावा किया गया है कि इसमें पद हासिल करने वाला व्यक्ति कम से कम पांच वर्ष तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा। जननायक सेवादल में पद हासिल करने वाले व्यक्ति को चुनाव न लडऩे संबंधी हलफिया बयान देना होगा।


इसका मतलब साफ है कि दुष्यंत ने अभी से ताऊ देवीलाल का सहारा लेकर भविष्य की राजनीति बिसात बिछानी शुरू कर दी है। दुष्यंत अपना समानांतर संगठन चलाते हुए प्रदेश में न केवल अपना अलग कॉडर मजबूत करेंगे बल्कि पिछले कई वर्षों से इनेलो की राजनीति में हाशिए पर चल रहे अपने पिता अजय चौटाला व पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला समर्थकों को भी मुख्य धारा में लेकर आएंगे। दुष्यंत चौटाला खुद इस सेवादल के संरक्षक बने हैं। सेवादल में शामिल होने वाले लोगों की मुख्य जिम्मेदारी इनेलो को मजबूत करना होगा।

आनन-फानन में कर डाली नियुक्तियां
इनेलो में इस राजनीतिक घटनाक्रम को इतनी तेजी से अंजाम तक पहुंचाया गया है कि आनन-फानन में मुख्य पदाधिकारियों की नियुक्तियां करके समूचे प्रदेश में नियुक्तियों का दौर शुरू कर दिया गया है। लंबे समय से अजय सिंह चौटाला की ब्रिगेड में काम करने वाले दिनेश डागर को जननायक सेवादल का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया है। अजय समर्थक विजय सिंह गुर्जर को राष्ट्रीय सचिव, रोहतक निवासी बलराम मकड़ौली को सेवादल का राष्ट्रीय वरिष्ठ उपप्रधान, राजीव पाटा को राष्ट्रीय उपप्रधान, गुरुग्राम निवासी महेश चौहान,वजीर मान व सुरेंद सिंह धौला को जननायक सेवादल का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है।

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