अभय चौटाला ने शनिवार शाम यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरियाणा के हिस्से का नदी जल लाने के लिए सतलुज-यमुना सम्पर्क नहर के निर्माण,दादूपूर-नलवी नहर का निर्माण पूरा करने,स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों का लाभ किसानों को देने,बढती महंगाई को काबू में करने,नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने,बिगडती कानून-व्यवस्था में सुधार करने और जीएसटी व नोटबंदी के कारण पैदा हुई समस्याओं को दूर करने की मांगों को लेकर शनिवार को बन्द आहूत किया गया था। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने गठबंधन की अपील को स्वीकार कर बन्द को सफल बनाया है और इसके लिए गठबंधन व्यापारियों का आभार व्यक्त करता है।
चौटाला ने कहा कि बन्द की सफलता से यह साबित हुआ है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में जनता को संतुष्ट करने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री इस्तीफा दें और अगर वे इस्तीफा नहीं देते तो राज्यपाल इस सरकार को बर्खास्त कर लोगों को नई सरकार चुनने का मौका दें।
चौटाला ने कहा कि हरियाणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा है कि इंडियन नेशनल लोकदल ड्रामा कर रहा है और सतलुज-यमुना सम्पर्क नहर निर्माण का श्रेय लेना चाहता है। चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री इस नहर का निर्माण तो कराएं। हम इसका सारा श्रेय भाजपा को ही दे देंगे। कांग्रेस प्रवक्ता और हरियाणा के विधायक रणदीप सुरजेवाला पर भी चौटाला ने कहा कि इन्होंने पंजाब में कांग्रेस का वह चुनाव घोषणापत्र जारी करवाया जिसमें लिखा था कि पंजाब किसी अन्य राज्य को पानी की एक बूंद नहीं देगा। उन्होंने कहा कि ये तो प्रदेश के गद्दार है। पानी के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा ने चुप्पी साध ली है। मिले होने के कारण दोनों एक स्वर में बोल रहे है। दोनों लडना नहीं चाहते और दूसरे के लडने पर पीडा हो रही है। इनेलों ऐसे दलों से निपटेगा।