चंडीगढ़। हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश ने कहा है कि हरियाणा के किसान बहादुर हैं और वीरता से वर्तमान प्राकृतिक आपदा से निकले हैं । हरियाणा सरकार किसानों के हित मे देश में सर्वाधिक मज़बूती के साथ खड़ी है।
2000 करोड़ रूपये ख़र्च
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अकेले रबी फ़सल सीजऩ में राहत पर देश मे सर्वांधिक 2000 करोड़ रूपये ख़र्च कर रही है। हरियाणा में आपदा राहत राशि बढ़ाकर गेहूँ पर 12000 रूपए व सरसों पर 10000 रूपए कर दी गई है जिसका बँटवारा 15 मई तक हो जायेगा। हरियाणा के 20 प्रतिशत रकबे पर नुक़सान हुआ है। सरकार 1092 करोड़ रूपए का मुआवज़ा दे रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने फ़सली ऋण पर ब्याज शून्य प्रतिशत कर दिया है। किसानों के लोन 3 साल के लिये समायोजित किये गये हैं जिस पर 281 करोड़ रूपए सरकार ख़र्च कर रही है।आपदा राहत में टूयूबवैल के बिजली बिलों में भी छूट दी है। 50 से 100 प्रतिशत नुक़सान पर एक साल के बिल माफ़ कर दिये गये हैं। फसलों के 25 से 50 प्रतिशत नुकसान पर 50 प्रतिशत बिल माफ़ किये है।किसानों को फ़सलो की खऱीद मे केंद्र द्वारा रंग आकार मे छूट व हरियाणा सरकार द्वारा वैल्यू कट का भार किसानों की बजाय ख़ुद उठाया गया है। कम आवक को ध्यान मे रखते हुये पल्लेदारों की मज़दूरी मे 50 पैसे की बढ़ोतरी कर दी है।
500 करोड़ रूपए से अधिक का लोन
धनखड़ ने कहा कि किसानों के गन्ने के भुगतान के लिये चीनी मिलों को 500 करोड़ रूपए से अधिक का लोन दिया जा रहा है। किसानों को उपरोक्त राहत देने वाला हरियाणा भारत का पहला राज्य है।