जानबूझकर बरती गई ढिलाई
पार्टी के प्रवकता महेशइंदर ग्रेवाल ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस मामले में केन्द्रीय गृहमंत्री से मिलकर सीबीआई जांच कराने की मांग की जायेगी। उन्होंने कहा कि अकाली दल अध्यक्ष की सुरक्षा में जानबूझकर ढिलाई बरती गई। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा में जहां यात्रा मार्ग गोपनीय रखा जाता है उसे भी लीक कर दिया गया। मामले की सीबीआई जांच के अलावा सुरक्षा में ढिलाई के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।
पंजाब की शांति के लिए चुनौती ऐसी घटनाएं
उन्होंने कहा कि हमले की घटना बहुत गंभीर है। इतने गंभीर मामले में संगरूर पुलिस ने जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और अभियुक्त अज्ञात बता दिए जबकि समाचारपत्रों में आई घटना की रिपोर्ट में हमला करने वाले पांच लोगों के नाम दिए गए है। उन्होंने कहा कि यह एफआईआर व पुलिस जांच नामंजूर है क्योंकि इसमें कांग्रेस सरकार और पार्टी स्वयं ही एक पक्ष है। यह घटना पंजाब की शांति के लिए भी चुनौती हैं। ग्रेवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री की सुरक्षा के प्रभारी पुलिस अधीक्षक ने संगरूर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जो शिकायत सौंपी है उसमें ही पांच लोगों के नाम दिए गए है।
यात्रा का मार्ग लीक करना अपराध अकाली प्रवक्ता
अकाली दल के दूसरे प्रवक्ता डाॅ दलजीत चीमा ने कहा कि इस घटना को लेकर सरकार यह प्रभाव बनाने की कोशिश कर रही है कि यह अकाली दल के खिलाफ जनरोष का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच कराई जाना चाहिए कि जेड प्लस सुरक्षा वाले अकाली दल अध्यक्ष का यात्रामार्ग किसने लीक किया। उस दिन बुलेट प्रुफ सरकारी गाडी भी नहीं थी और सुखवीर बादल ने निजी गाडी काम में ली। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग लीक करना अपराध है। इसकी जांच कराई जाना चाहिए। अकाली दल के पूर्व मंत्री व पूर्व विधायकों की सुरक्षा भी किसी न किसी बहाने हटाई जा रही है।