फरीदकोटPublished: Jan 01, 2020 05:36:30 pm
Chandra Prakash sain
एक साल में पकड़े गए एक हजार से ज्यादा तस्कर
हेस्टिंग्स से 2 क रोड़ की नशीले याबा टैबलेट के साथ 2 गिरफ्तार
चंडीगढ. हरियाणा के सिरसा जिले की सीमा राजस्थान और पंजाब से लगने के कारण यह नशे का द्वार बना हुआ है। सिरसा को तस्कर द्वार के रूप में इस्तेमाल कर पंजाब और राजस्थान से लाए जाने वाले नशीले पदार्थों को समूचे हरियाणा में भेजने का काम कर रहे है। इस भौगोलिक स्थिति का फायदा तस्कर भरपूर उठा रहे है। सिरसा जिले की यह स्थिति पुलिस और राज्य सरकार को चुनौती बनी हुई है। जहां पुलिस ऐडी-चोटी का जोर लगाते हुए सिरसा जिले का तस्करी द्वार बन्द करने का प्रयास कर रही है। वहीं सिरसा जिले के कारण राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
सिरसा जिले को तस्करों द्वारा नशीले पदार्थों को समूचे हरियाणा में भेजने के लिए द्वारा के रूप में इस्तेमाल करने का प्रमाण यह है कि पिछले करीब 13 माह में इस जिले में एक हजार से अधिक तस्कर पकडे गए है। कुल 617 मुकदमों में ये गिरफ््तारियां दर्ज की गई है। हरियाणा पुलिस मुख्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार इस गिरफ््तारियों के तहत करोडों रूपए के नशीले पदार्थ बरामद किए गए है।
बरामद किए गए नशीले पदार्थो में 8 किलो 757 ग्राम हेरोइन की बरामदगी की गई है। अन्तरराष्ट््ीय बाजार में एक किलो हेरोइन की कीमत पांच करोड रूपए है। इस तरह यह हेरोइन ही 45 करोड के आसपास बैठती है। इसके अलावा 27 किलों से अधिक अफीम बरामद की गई है। इसके साथ ही सिंथेटिक नशे की गांलियां भी बरामद की गई है। करीब साढे पांच लाख से अधिक नशीली गोलियां और कैप्स्यूल भी बरामद किए गए है। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव की सिरसा जिले के रास्ते होने वाली मादक पदार्थों की तस्करी पर नजर है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा के राजस्थान और पंजाब से लगते जिलों पर कडी नजर रखते हुए तस्करों की धरपकड की जा रही है।
हरियाणा में नशीले पदार्थों की तस्करी के जरिए आवक बडा मुद््दा बना हुआ है। सिरसा जिले से लगते फतेहाबाद जिले में भी युवाओं में बढती नशे की लत अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इसके चलते पिछले पांच साल प्रदेश की भाजपा सरकार पर विपक्षी दल निशाना साधते रहे है। खासकर इंडियन नेशनल लोकदल के नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला पिछले पांच साल से लगातार सिरसा और फतेहाबाद जैसे जिलों में नशीले पदार्थों की बढती तस्करी का मुद््दा उठाते रहे है। चौटाला का तो यहां तक आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से तस्करी चल रही है। पुलिस मात्र दिखावे की कार्रवाई करती है। उन्होंने तस्करी को काबू में न किए जाने पर इस मुद््दे को लेकर आंदोलन करने का ऐलान भी किया है।