योगी सरकार ने प्रदेश के सभी मदरसों में इस बार स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस पर मुफ़्ती जफर अहमद कासमी ने बताया कि देश में दोनों धर्मों को बांटने का काम हो रहा है। इस पर यह अमन यात्रा निकली गयी है। वन्दे मातरम को संविधान में गाना नहीं बताया गया है।योगी सरकार इस पर राजनीति कर रही है। अमन चैन के लिए निकाले गए जुलूस में लोगों ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया क्योंकि कुछ लोग मानते है कि योगी ने सभी मदरसों में तिरंगा फहराने के आदेश का विरोध करते हुए हिन्दू-मुस्लिमों को बांटने का काम किया है, लेकिन देश में जो लोग अमन चैन की जो दुआ करते हैं वह लोग जाति धर्म की बात नहीं करते है। फिर भी जिले के सभी मुस्लिम समाज के लोग अपने धर्म के झंडे के साथ तिरंगा भी लेकर चल रहे थे।
जब अमन यात्रा में तिरंगा लेकर जुलूस लेकर चल सकते हैं तो मदरसे में फहराने का विरोध क्यों है। क्या सभी अपनी अपनी रोटियां सेक रहे हैं, लेकिन जमातयत उलेमा के अध्यक्ष ने कहा कि हम गंगा जमुनी तहज़ीब को अपने जिले में बरकरार रखेंगे। चाहे कोई भी पार्टी हो और किसी का शासन हो। हम लोग अपनी इंसानियत नहीं भूलेंगे। सभी धर्मों के लोगों को अपने साथ लेकर चलेंगे।