जिले में सातनपुर मंडी देशभर में आलू की बिक्री के लिए पहचान रखती है। अभी तक मंडी में अव्यवस्था व्याप्त थी। शासन ने 9.26 करोड रुपए सीसी रोड नाला व फुटपाथ बनाने के लिए स्वीकृत किए थे। निर्माण अंतिम दौर में है। सीसी सड़को की फुटपाथ व पेवरब्रिक से बनाई गई हैं एक सड़क भी पेवर ब्रिक से बन रही है। आलू मंडी में जो बालू बिक्री के लिए किसान लाएगा तो जगह-जगह गड्ढे होंगे। जहां पर आढ़तियों को आलू खरीदने व किसानों को आलू लाने में दिक्कत होगी। मंडी में अभी तक मंडी का कार्यकाल पूरा नहीं हो सका है। इसे देखते हुए किसान व्यक्तियों को समस्या का सामना करना पड़ेगा।
वहीं एक आलू आढ़ती शैलेंद्र सिंह से बात हुई तो उन्होंने बताया कि 18 तारीख को हमारी मंडी का उद्घाटन है यहां काम कंप्लीट होना था, लेकिन नहीं हुआ है। इससे हम आढ़ती व किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। जो फुटपाथ व पेवरब्रिक से बन रही है उसको सीमेंटेड बनना चाहिए था। पेवरब्रिक तो उखड़ जाएगी। ट्रैक्टर व ट्रक इस पर चलेंगे तो यह निकल जाएगी और उखड़ जाएंगे इसलिए गड्ढे हो जाएंगे और बरसात में पानी भरेगा। उन्होंने बताया यह तो लापरवाही है। उन्होंने बताया 9 करोड़ से ऊपर का इसका ठेका उठा है पर अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है। हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। जब हमारा आलू आएगा तो चारों तरफ गड्ढे होंगे तो हमारा आलू कहां उतरेगा और कहां रखेंगे। इसी प्रकार की अनेकों अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
छुट्टी पर हैं मंडी सचिव
आलू आढ़ती बताते हैं कि ठेकेदार कहता है कि हमारा पैसा सरकार नहीं दे रही है तो हम कैसे काम पूरा कराएं इस वजह से काम रुका हुआ है। एक आलू आढ़ती धनीराम वर्मा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि जो काम मंडी में हो रहा है वह गलत हो रहा है। जब आलू मंडी में आएगा तो यह पेवर व्रिक फुटपाथ उखड़ जाएगा और गड्ढे हो जाएंगे। जिसमें आलू किसानों और आढ़तियों दोनों को दिक्कत होगी। उन्होंने बताया कि कहीं पुलिया नहीं बनी कहीं नाला नहीं बना और फुटपाथ अधूरा पड़ा है तो ट्रैक्टर कैसे आएगा। इससे किसानों व आढ़तियों दोनों को समस्या का सामना करना पड़ेगा। वहीं मंडी सचिव शिवकुमार राघव से फोन पर जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि अभी मैं छुट्टी पर हूं और फोन काट दिया।