दुकानों को क्रेन द्वारा उठाया गया
एसडीएम सदर एवं नगरपालिका ईओ अजीत सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ जेसीबी से नालों से लेकर फुटपात पर कब्जा किये लोगों को अपने आप दुकान हटाने के निर्देश दिए लेकिन जिन लोगों ने कुछ घण्टों का समय मांगा उनको समय दिया गया उसके बाद जिन लोगों ने अपनी अपनी दुकानें नहीं हटाई थी। उनको जेसीबी की मदद से नगरपालिका के टैक्टरों में लाद दिया गया। उनके समान को नगरपालिका में जमा करा दिया गया है जो दुकानदार दूसरे राज्यों या नेपाल देश से आकर अपनी दुकानें खोली थी। उन्होंने अपनी दुकानें अपने आप हटा ली है जिन लोगों ने लोहे की दुकान बनाई थी उन दुकानों को क्रेन द्वारा उठाया गया है। नगर पालिका ईओ अजीत सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी मोनिका रानी के आदेश पर यह अतिक्रमण हटाया गया है। जिससे यहां पर होने वाली गतिविधियों पर सुचारू रूप से नजर रखी जा सके।
सभी दुकानदारों को नोटिस दिया जा चुका
एक सप्ताह पहले ही सभी दुकानदारों को नोटिस दिया जा चुका था कि अपनी अपनी अवैध दुकाने हटा लें।लेकिन दिया हुआ समय खत्म होने पर यह कार्यवाही की गई है।हकीकत यह है कि नगर पालिका के कर्मचारी ही अतिक्रमण को बढ़ावा देते है।देखना यह होगा कि जो अतिक्रमण हटाया गया है वह जमीन कबतक खाली रहती है साथ ही साथ पुलिस नही लगने देगी दुकाने।दूसरी तरफ लगभग एक दर्जन गरीबो की रोजी रोटी भी बन्द हो गई है जिनके आड़ में धनवान लोगो ने भी दुकाने खोल दी थी।