जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। वायरल वीडियो में नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) पर तैनात ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर विजय पाल एंटीजन रिपोर्ट के लिए साफ तौर पर 200 रुपए मांगते सुने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार सामने बैठा व्यक्ति एक आशा कार्यकर्ता का पति है। रुपए मांगने पर वह अचंभे से कहता है कि क्या इनसे भी रुपए लगेंगे। इस पर विजय पाल कहते हैं कि रुपए तो सबसे लगेंगे। सही काम के कोई पैसे नहीं, लेकिन गलत काम कराओगे तो पैसे देने पड़ेंगे। रुपए ऊपर भी देने पड़ते हैं। सामने बैठा व्यक्ति मोदी और योगी के नाम की दुहाई देता है तो बीसीपीएम उसकी खिल्ली उड़ाते हुए कहते हैं कि किट है नहीं, रिपोर्ट देनी है तो पैसे तो देने ही पड़ेंगे।
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सेवा समाप्त कर एफआईआर के दिए आदेश
बीसीपीएम विजय पाल ने बताया कि मतगणना से एक दिन पूर्व एक परिचित युवक बिना जांच किए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देने की बात कह रहा था। उसी से मजाक में रुपयों को लेने की बात हो रही थी, लेकिन उसे बिना जांच के कोई रिपोर्ट नहीं दी गई। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि एंटीजन किट जांच पूर्णतय: निशुल्क है। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने विजयपाल बीसीपीएम नवाबगंज की सेवा की समाप्त कर एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। खबर चलने के बाद डीएम ने सीएमओ वंदना सिंह को तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त कर एफआईआर के आदेश दिए हैं।