हालत यह हुई कि जब पूरे मामले की जानकारी बी एस ए को अनिल कुमार को हुई तो विकासखंड राजेपुर में तैनात ए बी आर सी के स्कूल में जाकर निरिक्षण किया तो बह बहा नहीं मिले। इसके चलते बी एस ए ने एक दिन का बटन काट दिया दवंग ए बी आर सी पिछले कई सालो तक एक छत्र राज कई बिकास खंडो में शिक्षा बिभाग में चलता रहा है।
हत्या कराने का आरोप गलत है न ही कोई धमकी दिए है जब इसकी कर्मचारी की कमी पकड़ी गयी तो मेरे को प्रेशर बाने का
काम किया और हथकंडे अपनाने शुरू कर दिया और यह स्कूल में निरिक्षण के दौरान महिला शिक्षकों से 2 हजार रूपये वसूलने की शिकायत की गयी और यह सही जबाब भी नहीं दे पाए इन लोगो ने फर्जी शिकायत करबाना शुरू कर दिया और परेशान करने की कोशिश करने लगे। पहले बिज्ञान किट में हुए घोटाले में यह लोग फर्जीबाड़ा कर चुके है और 2 हजार की किट पर 8 हजार रूपये का पेमेंट करवा लिया उसी जाच में अबरोध करने के पुरे मामले दबाने के लिए यह सब करना शुरू कर दिया।
वहीं पूरे मामले पर खंड शिछा अधिकारी
शिव संकर मौर्या ने बातया की पुरे मामले पर इनकी कार्यशैली पर कई बार लगाम लगाने की कोशिश की लेकिन यह लोग नहीं माने और फिर आगे बिज्ञान किट बितरण बिश्राम सिंह ने बटबाना शुरू कर दिया बहान किट की कीमत महेज 3 हाजर से ज्यादा नहीं थी लेकिन 8 हजार रूपये वसूले गए और जब इसकी रोक लगाने की बात मेरे द्वारा की गयी, तो सांसद का कार्यक्रम करबाने को लेकर दबाब बनाने की बात करने लगे। जिले के बीजेपी सांसद का कार्यक्रम के नाम पर अबैध बसूली की गयी सभी शिक्षकों ने जबरन किट देने की बात लिखित तौर पर दी है और कहा है की पैसे भी जबरन लिये गए हैं।
वहीं एक शिक्षिका ने बातया की बिश्राम सिंह ने मेरे स्कूल से कई बार फर्जी तरीके से पैसे का आहरण कर लिया गया, जिसमे मिडडे मील और स्कूल में हुई रंगाई पुताई के नाम पर पैसा निकाल लिया गया। लेकिन जब इसकी शिकायत की गयी, तो उन्होंने मुझे ही फंसा दिया और मुझे निलंबित करवा दिया।