घटना बीते 19 मई की है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक कुंवर आसिफ अली ने थाना में तहरीर देकर बताया था कि वह आसिफ मोहल्ला कोट स्थित जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए गया था। उसके कुर्ते का रंग भगवा था। जिसको लेकर कट्टरपंथी लोगों ने दोबारा भगवा रंग के कुर्ता पहन कर मस्जिद में ना आने की चेतावनी दी थी। उस पर पाबंदी लगा दी। मस्जिद के हाफिज ने उसे धमकी दी।
आसिफ ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया
इस संबंध में आसिफ ने बताया कि उसने भी कह दिया कि यदि भगवा रंग में नमाज नहीं होगी तो वह इस कुर्ते में आग लगा देगा। मुझे मेरे धर्म के विषय में बताया जाए। मुझे धर्म की सारी जानकारी है। कट्टरपंथी लोगों ने मेरे मन को दुखाया है। मेरा मानसिक शोषण किया है। जिसकी वजह से मेरा मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और मैंने 3 दिनों से खाना नहीं खाया है।
आसिफ ने बताया कि सारे रंग ईश्वर और अल्लाह के हैं। हर रंग में कोई ना कोई भी नमाज या पूजा कर सकता है। जिसको रंग से परेशानी हो, उनको बताना चाहता हूं कि भगवा रंग प्यारा रंग है। यह जीत का रंग है। जिसे हमारे बुजुर्ग भी पहनते थे। देवा शरीफ भी भगवा रंग पहनते थे।
अपनी तहरीर में आसिफ ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर को वह जुमे की नमाज पढ़ने के लिए गया था। मोहल्ला कोट स्थित जामा मस्जिद के हाफिज ने उन्हें रोक लिया धमकी दी कि आगे से भगवा रंग पहनकर नमाज पढ़ने के लिए ना आए। इस रंग में नमाज अदा नहीं की जा सकती है। यह हिंदुओं का रंग है। भविष्य में ऐसा लिबास पहनकर अगर मस्जिद के अंदर आए तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा।
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क्षेत्राधिकारी ने बतायाक्षेत्राधिकारी कायमगंज सोहराब आलम ने बताया कि आसिफ की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोप सच पाए जाने में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।