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फर्रुखाबाद

बारूद के ढेर में फर्रुखाबाद, पटाखा व्यवसायी नहीं चले रहे मानकों के अनुरूप

दीपावली का पर्व नजदीक आने के साथ ही पटाखों की बिक्री भी जोरों पर है, लेकिन फर्रुखाबाद में पटाखों की खुलेआम बिक्री की जा रही है।

फर्रुखाबादOct 12, 2017 / 07:29 pm

Abhishek Gupta

Patakha Making

Patakha Making

फर्रूखाबाद. दीपावली का पर्व नजदीक आने के साथ ही पटाखों की बिक्री भी जोरों पर है । लेकिन फर्रुखाबाद में घनी आबादी वाले इलाको में पटाखों की खुलेआम बिक्री की जा रही है। प्रशासन के आदेश के बाद भी पटाखा व्यवसायी बस्तियों में ही गोदाम लगाकर ही आतिशबाजी की बिक्री कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि इनके लिए प्रशासन के आदेशों के कोई मायने नहीं हैं। मानो प्रशासन भी इनकी मनमानी के आगे बेबस होकर एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहा हो। अगर कोई अनहोनी होती है तो जिले में मौजूद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियाँ उसे रोकने में नाकाम साबित होगी। इसके बाद भी अभी तक अधिकारी कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कागज ही रंग रहे हैं। शहर के घनी आबादी वाले इलाके कादरी गेट और सतनपुर में थोक पटाखा व्यापारी बिक्री कर रहे हैं। जबकि इन जगहों के आस पास कई छोटे मोहल्ले बसे हैं। 2011 में खिमसेपुर में हुए भयानक विस्फोट में छह लोगों की जान गयी थी। उसके बाद अधिकारियो की यह अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती हैं।
इस बार पूरे जिले में 250 अस्थाई दुकानों के लाइसेंस दिए जाने हैं। स्थाई दुकानों के 43 लाइसेंस थे। जिनमें 11 दुकानदारों ने अपने लाइसेंसों का नवीनीकरण नहीं कराया है, लेकिन व्यापार कर रहे हैं। अधिकतम 50 किलो विस्फोटक सामग्री के रखने की छूट लाइसेस धारक को है, लेकिन हकीकत कोसो दूर है। वही आबादी वाले इलाकों में बारूद बनाई जा रही हैं।
जो लाइसेंस धारक है उन लोगों का कहना है कि हम लोग केवल रोशनी करने वाले ही सामान का निर्माण करते हैं, परंतु कुछ बिना लाइसेंस वाले लोग धमाका करने वाले सामानों का निर्माण अवैध रूप से करते हैं, जिस कारण कोई भी घटना घटती है तो पुलिस व प्रसाशन हम लोगों को परेशान करता है।
धैमार नामक बारूद बहुत से लोग अपने घरों में बना रहे है। यह धमाके करने वाला सामान है, जो जमीन पर मारने पर चिंगारी के साथ आवाज करता है।

उधर दीपावली पर अस्थाई दुकानों के लिए जगह चयनित कर दी गई है। साथ ही साथ उनको अपनी दुकान पर एक ड्रम पानी व बालू को रखने के लिए निर्देशित किया गया है। जिससे किसी प्रकार की घटना को तुरंत काबू किया जा सके।जिसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें लगाने के लिए टेंट लगाना शुरू कर दिया है।
प्रभारी अधिकारी भजनपाल यादव ने बताया कि जहां-जहां भी दुकाने लगाई जा रही है उस सभी दुकानों आग बुझाने वाले गैस सिलेंडर पानी बालू का इंतजाम कराया गया है। लोगों की माने तो हकीकत में शहर के बहुत से ऐसे मोहल्ले हैं जहां पर लोग आमदनी के चक्कर में अवैध बारूद का काम कर रहे हैं। जो समाज के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो सकता है।
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